कभी कभी युद्ध जरुरी हो जाता है : पीएम
लखनऊ के ऐशबाग रामलीला मैदान में पीएम नरेंद्र मोदी लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा की मुझे आज अति प्राचीन रामलीला, उस समारोह में सम्मिलित होने का सौभाग्य मिला है। हिन्दुस्तान की धरती का ये वो भू-भाग है, जिस भू-भाग ने दो ऐसे तीर्थरूप जीवन हमें दिए हैं- एक प्रभु राम और दूसरे श्री कृष्ण, इसी धरती से मिले। और ऐसी धरती पर विजयादशमी के पर्व पर आ करके नमन करना, इससे बड़ा जीवन का सौभाग्य क्या हो सकता है? इस बार का मंचन का विषय रहा है आतंकवाद। आतंकवाद ये मानवता का दुश्मन है, और प्रभु राम मानवता का प्रतिनिधित्व करते हैं; मानवता के उच्च मूल्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं; मानवता के आदर्शों का प्रतिनिधित्व करते हैं; मर्यादाओं को रेखांकित करते हैं; और विवेक, त्याग, तपस्या, उसकी एक मिसाल हमारे बीच छोड़ करके गए हैं। और इसलिए और आतंकवाद के खिलाफ सबसे पहले कौन लड़ा था? कोई फौजी था क्या? कोई नेता था क्या? रामायण गवाह है कि आतंकवाद के खिलाफ सबसे पहले लड़ाई किसी ने लड़ी थी तो वो जटायु ने लड़ी थी। एक नारी के सम्मान के लिए रावण जैसी सामर्थ्यवान शक्ति के खिलाफ एक जटायु जूझता रहा, लड़ता रहा। आज भी अभय का संदेश कोई देता है तो जटायु देता है। और इसलिए सवा सौ करोड़ देशवासी- हम राम तो नहीं बन पाते हैं, लेकिन अनाचार, अत्याचार, दुराचार के सामने हम जटायु के रूप में तो कोई भूमिका अदा कर सकते हैं। अगर सवा सौ करोड़ देशवासी एक बन करके आतंकवादियों की हर हरकत पर अगर ध्यान रखें, चौकन्ने रहें तो आतंकवादियों का सफल होना बहुत मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कभी कभी युद्ध भी जरूरी हो जाते है जब देश रक्षा को लेकर पानी सर से ऊपर चला जाता है |