खुलेगा 300 बेड का नया जच्चा-बच्चा अस्पताल , जानिए खबर
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने मलेरिया उन्मूलन कार्ययोजना 2018-22 का शुभारम्भ किया। मलेरिया उन्मूलन कार्ययोजना के तहत राज्य के सभी जनपदों में 2020 तक मलेरिया प्रभावितों की संख्या को शून्य किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2022 तक राज्य में मलेरिया का पूरी तरह से उन्मूलन करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि जल्द ही दून मेडिकल काॅलेज में आईसीयू यूनिट की शुरूआत की जाएगी। इसके साथ ही आज पौड़ी में टेली कार्डियोलाॅजी की शुरूआर कर दी गई हैं मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा शीघ्र ही 300 बेड का एक नया जच्चा बच्चा अस्पताल आरम्भ किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के प्रत्येक नागरिक को सरलता से गुणवतापूर्ण स्वास्थ्य पहुंचाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम अपनी स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने के लिए निरन्तर काम कर रहे है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि 108 आपातकाल सेवा में जनवरी माह तक 139 नए एम्बुलेंस वाहन सम्मिलित कर दिए जाएंगे। दूरस्थ व ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाऐं सुदृढ करने हेतु प्रयासरत है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने बताया कि जल्द ही राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में समयबद्ध रूप से आकस्मिक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुचानें हेतु एयर-एम्बुलेंस शुरू की जाएगी। भारत सरकार द्वारा इसके लिए धनराशि आवटिंत कर दी गई हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि देहरादून के प0 दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में 100 बेड की अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी। देहरादून व अन्य जिलों से आने वाले मरीजों को इससे राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि पौड़ी में ट्राजिंट होस्टल शुरू किया जा रहा हैं मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि राज्य में 90 प्रतिशत प्रसूति संस्थागत हो। जच्चा -बच्चा को ससमय अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके। इससे शिशु मृत्यु दर व मातृ मृत्यु दर को कम करने में भी सहायता मिलेगी। महिलाओं के स्वास्थ्य सुधार पर विशेष फोकस किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं पहुचाना हमारी प्राथमिकता हैं। गत डेढ़ वर्षो में सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र के सुधार हेतु कई ठोस प्रयास किए गए हैं। हम कई संक्रमित रोगों को नियन्त्रित करने में सफल रहे है। स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार मात्र सरकारी प्रयासों तक सीमित नहीं रहने चाहिए बल्कि सामाजिक कार्य करने वाले संगठनों, व्यक्तियों भी बहुत सी समस्याओं की तत्काल समाधान में सहायता कर सकते है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि अस्पतालों में अच्छा वातावरण बनाने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि आगामी इन्वेस्टर समिट में स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश हेतु कई प्रस्ताव राज्य सरकार के समक्ष आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राज्य में 75 प्रतिशत डाॅक्टर तैनात करने में सफल रहे है। तकनीक व आईटी के माध्यम से भी स्वास्थ्य सुविधाएं दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में पहुचानें के प्रयास किए जा रहे है। इस अवसर पर सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, राज्य मंत्री रेखा आर्य, डा0 धन सिंह रावत, विधायक हरबंस कपूर, खजानदास, उमेश शर्मा काऊ, सचिव स्वास्थ्य नितेश कुमार झा आदि उपस्थित थे। इससे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पंचायतघर हर्रावाला में आयोजित स्वास्थ्य शिविर का भी शुभारम्भ किया।