गरीबो और जरुरतमंदो की “चंद्रकला” है यह आईएएस, जानिए खबर
लोकप्रियता का एक हकीकत यह भी है कि वह सोशल मीडिया एक एक हस्तियों को पीछे छोड़ती जा रही है | जी हां अपनी दबंग छवि, दुस्साहस की हद तक भ्रष्टाचार की मुखालफत करने वाली आईएएस बी चंद्रकला अपने कुछ ही वर्षों के प्रशासनिक सफर में किंवदंति सी बन चुकी हैं। उनके कठिन जीवन संघर्षों का कथानक जितना जटिल रहा है, सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के दौरान और उसके बाद की यात्रा उससे कुछ कम मुश्किलों भरी नहीं रही है। हमारे समाज में एक कामयाब स्त्री को लेकर जितनी तरह की दुश्वारियां जूझनी पड़ती हैं, बी चंद्रकला उनसे कत्तई न तो नावाकिफ हैं, न उनसे निपटने में रत्ती भर कमतर। यद्यपि मेरठ जिलाधिकारी के पद से प्रतिनियुक्ति पर वह देश की राजधानी दिल्ली जा चुकी हैं और केंद्र सरकार में उपसचिव पेयजल का ओहदा संभाल रही हैं लेकिन इससे पूर्व यूपी के चार जिलों हमीरपुर, मथुरा, बुलंदशहर और मेरठ में प्रथम प्रशासक के रूप में जिस तरह भ्रष्टाचारी बड़े-बड़ों को धूल चटा चुकी हैं, आम लोगों की जहन से आज भी उनकी ‘लेडी सिंघम’ की छवि मिटी नहीं है। उनकी प्रतिनियुक्ति पर भी जितने मुंह, उतनी बातें तैरती रहती हैं, कोई कहता है कि उनकी कार्यप्रणाली से आजिज दबंगों के दुष्प्रयास ने उन्हें दिल्ली जाने के लिए विवश किया तो एक सच यह भी लोगों को विश्वास दिलाता है कि केंद्रीय शासन में जुझारू अफसर की जरूरत के चलते प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर उन्हें प्रतिनियुक्ति पर यूपी से दिल्ली भेजा गया है।