बुद्धिजीवियों संग बिगुल संस्था ने मनायी दीपावली
देहरादून | जनपद देहरादून में दो साल से सामाजिक ,सहित्यिया, सांस्कृतिक एबं महिलाओं को स्वरोजगार एवं नारी सशक्तिकरण के लिए बिगुल संस्था ने एक बीड़ा उठाया है।यह संस्था जहां कई गरीब महिलाओं को रोजगार दे रही है। वहीं अपनी संस्कृति को बचाने लिए भी समाज के बुद्धिजीवियों को साथ लेकर चल रही है।आज दीपावली के शुभअवसर पर कारगी चौक के निकट जेपी प्लाजा के हाल में सैकड़ों लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विनोद चमोली विधायक धर्मपुर थे।बिगुल संस्था के संरक्षक प्रो0 डी0आर0पुरोहित, डा0एम0एन0गैरोला भी मैजूद रहे।डा0पुरोहित ने दीप जलाकर कार्यक्रम की सुरुआत करते हुए कहा किलोकगीत,जनगीत का बहुत बड़ा महत्वा है।जहाँ हमारी वर्तमान पीढ़ी अपनी लोकसंस्कृति को धीरे धीरे भूल रही है वही आपसी प्रेम भी समाप्त हो रहा है।
लोकगीतों व जनगीतों से वही प्रेम याद किया जाने का प्रयास किया जा रहा है।जनकवि अतुल शर्मा ने अपनी कविता सुनाते हुए कहा कि जब उत्तराखंड आंदोलन शुरू हुआ था तब कविता के माध्यम से जनक्रांति आयी थी। वही कवि डाइट के प्राचार्य राकेश जुगरान ने खुदेड़ गीत पर कविता कहते हुए कहा कि आज खुद ( याद) किसी को आती नही क्योंकि मोबाइल की बजह से खुद भी धीरे धीरे अपने में ही सिमट कर रह गयी। संस्था की संस्थापक मंजुला ने बताया कि हमारी संस्था फिनाइल बनाती है जिसे बाजार में लोग काफी पसंद करते हैं। कई गरीब परिवार की महिलाओं को भी रोजगार मिला हुआ है।इस कार्यक्रम में कई जाने माने विद्वान गजलकार डा0 राकेश जोशी,कवित्री रचना शर्मा, डा0 शैलेश मैठाणी, प्रदीप बहुगुणा, भुवन कुनियाल,कई लोगों ने भाग लिया। संस्था की अध्य्क्ष नूतन गैरोला ने कहा कि हम पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए दीप जलाकर ही दीपावली मनाएं।इस कार्यक्रम में अपने गीतों से बच्चों ने सबका मन भाया। कार्यक्रम का कुशल संचालन शिवचरण बनावल ने किया ।