भारत विश्व भर के निवेशकों के लिए आशा का केंद्र : जेटली
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि वर्ष 2015-16 में विश्व निर्यात में दबाव और दो वर्ष लगातार वर्षा होने के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था के 7.6 प्रतिशत की दर से वृद्धि करने की उम्मीद है। विश्व भर में मंदी की स्थिति के बीच भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि, लाभदायक, चालू खाते में कमी वित्तीय घाटे और वित्तीय सुधार के पथ पर निरंतर बढ़ने के कारण भारत विश्व भर के निवेशकों के लिए अवसर का केन्द्र बनकर उभरा है। वित्त मंत्री अरूण जेटली कल विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशकों के दल के साथ बैठक के दौरान संबोधन कर रहे थे। बैठक के दौरान भारत में चल रही विश्व बैंक की परियोजनाओं और विश्व बैंक की वित्तीय सहायता से जुड़े विभिन्न नीतिगत फैसलों पर भी विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली ने कहा कि वर्तमान सरकार की प्राथमिकता में गैर परम्परागत ऊर्जा उत्पादन, राष्ट्रीय स्तर का स्वच्छता कार्यक्रम, गांवों का विद्युतीकरण, बड़ी और छोटी सिंचाई परियोजनाएं और सभी ग्रामीणों को आवास सम्मिलित हैं। उन्होंने पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों में गिरावट के चलते भारत को मिलने वाले लाभ पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों में गिरावट ने भारत की मदद उस समय की है, जब भारत विश्व वित्तीय संकट के प्रभाव से उबर रहा है।