येदियुरप्पा कल साबित करेंगे बहुमत
सुप्रीम कोर्ट ने आज आदेश दिया कि कर्नाटक विधानसभा में कल शाम चार बजे बहुमत साबित किया जाए, न्यायमूर्ति एके सीकरी की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने कहा, सदन को फैसला लेने दें , और सबसे अच्छा तरीका शक्ति परीक्षण होगा। न्यायमूर्ति एसए बोबडे और न्यायमूर्ति अशोक भूषण भी पीठ का हिस्सा थे। मुख्यमंत्री की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने सोमवार तक का वक्त मांगा था लेकिन पीठ ने शक्ति परीक्षण कल करने का आदेश दिया। कर्नाटक में भाजपा भले ही सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन उसके पास पूर्ण बहुमत नहीं है। हाल के परिणामों के बाद भाजपा को 104, कांग्रेस को 78 और जदएस को 38 सीटें मिली हैं, जबकि अन्य के खाते में दो सीटें आई हैं। हालांकि येदियुरप्पा दावा कर रहे हैं वे पांच साल तक राज्य के मुख्यमंत्री रहेंगे, लेकिन शनिवार शाम 4 बजे इस दावे से पर्दा हट जाएगा कि वे राज्य की सत्ता में रहेंगे या फिर अल्पमत में होने के कारण उनकी सरकार गिर जाएगी। येद्दियुरप्पा ने उच्चतम न्यायालय में कहा कि कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन एक ‘नापाक’ गठबंधन है। येद्दियुरप्पा ने उच्चतम न्यायालय में कहा कि कर्नाटक की जनता ने सत्तारूढ़ दल कांग्रेस को पदच्युत कर दिया है और अकेले सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी पार्टी ही जनादेश है। येद्दियुरप्पा ने उच्चतम न्यायालय को उस पत्र के बारे में बताया जो उन्होंने 16 मई को राज्यपाल को भेजा था और जिसमें कहा था कि भाजपा को अन्य का समर्थन हासिल है और वह ‘स्थिर सरकार’ देगी। उच्चतम न्यायालय ने कल ही शक्ति परीक्षण कराने को कहा हालांकि मुख्यमंत्री ने कम से कम सोमवार तक का समय मांगा था। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि शीर्ष अदालत का यह फैसला ऐतिहासिक है। शनिवार को दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। दूसरी ओर भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भाजपा सदन में बहुमत साबित कर देगी।