राष्ट्रपति ने पत्रकार अमिताभ चौधरी के निधन पर शोक व्यक्त किया
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रख्यात पत्रकार, लेखक एवं विद्वान अमिताभ चौधरी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने उनके पुत्र अनिर्बन चौधरी को भेजे अपने शोक संदेश में कहा है, “आपके पिता अमिताभ चौधरी के निधन की खबर मिलने से मैं काफी दुखी हूं। अमिताभ चौधरी मेरे पिता श्री कामदा किंकर मुखर्जी के साथ-साथ मुझसे भी काफी परिचित थे। चौधरी एक प्रतिष्ठित पत्रकार, लेखक एवं विद्वान थे। आजादी के तुरंत बाद उन्होंने पत्रकारिता में अपना कैरियर शुरू कर दिया था। श्री चौधरी ने पश्चिम बंगाल के अनेक प्रमुख समाचार पत्रों जैसे जुगांतर, आनंद बाजार पत्रिका और आजकल में तकरीबन 27 साल तक अपनी सेवाएं प्रदान कीं। भारत में व्यक्तिगत अधिकारों एवं समुदाय के हितों पर उत्कृष्ट रिपोर्टिंग के लिए उन्हें वर्ष 1961 में रेमन मैगसेसे पुरस्कार से नवाजा गया था। श्री चौधरी न केवल विश्व भारती में एक विद्यार्थी एवं शिक्षक थे, बल्कि गुरुदेव रविन्द्रनाथ टैगोर के जीवन एवं उनकी उत्कृष्ट कृतियों के एक जाने-माने विद्वान भी थे। उन्होंने इस विषय पर 60 से भी ज्यादा पुस्तकें एवं आलेख लिखे थे। सियासी एवं सांस्कृतिक मुद्दों पर उनके उत्कृष्ट लेखन से उन्हें काफी लोकप्रियता हासिल हुई थी। देश में विभिन्न सेवाएं प्रदान करने के लिए श्री चौधरी को वर्ष 1983 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वर्ष 1995 में कामदा किंकर मुखर्जी मेमोरियल सोसायटी की शुरुआत से लेकर अब तक एक ट्रस्टी के रूप में सेवाएं प्रदान करने के लिए मैं व्यक्तिगत तौर पर उनका ऋणी हूं। मैंने लंबे समय तक रहे एक अच्छे मित्र एवं सहयोगी को खो दिया है।