लश्कर-ए-तैयबा आतंकी आदिल बंदी
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दक्षिण कश्मीर में एक थाना प्रभारी और पांच अन्य पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाले लश्कर-ए-तैयबा समूह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है. यह व्यक्ति मूल रूप से उत्तर प्रदेश का निवासी है. कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने संवाददाताओं से बताया कि हमने दक्षिण कश्मीर में आतंकवाद से जुड़े अपराधों समेत सिलसिलेवार सनसनीखेज अपराधों में संलिप्त रहे एक का भंडाफोड़ किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश स्थित मुजफ्फरनगर निवासी संदीप कुमार शर्मा उर्फ आदिल और दक्षिण कश्मीर के कुलगाम के निवासी मुनीब शाह को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा जहां तक कश्मीर में आतंकवाद की बात है, तो जांच के दौरान बैंकों एवं एटीएम की लूट जैसी कई नई चीजें सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि जांचों में सामने आया है कि किस तरह के अपराधी आतंकवाद में शामिल थे और कैसे लश्कर-ए-तैयबा नामक आतंकी संगठन उनका इस्तेमाल कर रहा था. किस तरह से वे बैंकों और एटीएम को लूट रहे थे और आतंकी संगठनों एवं खुद के लिए धन जुटा रहे थे. संदीप को उसी घर से गिर∂तार किया गया था, जहां लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर बाशिर लश्करी को एक जुलाई को मार गिराया गया था. संदीप की गिरफ्तारी के बाद शाह की गिरफ्तारी हुई। उन्होंने कहा कि हमने संदीप को उस मुठभेड़ में पकड़ा जिसमें कुख्यात आतंकी लश्करी को मार गिराया गया था. इससे संदेह पैदा हो गया था. जिस घर में लश्करी शरण लिए हुए था, उसी घर में हम एक बाहरी व्यक्ति को देखकर हैरान थे. इसलिए हमने आगे जांच का निर्णय लिया. आईजी ने कहा कि जांच में पता चला कि संदीप वर्ष 2012 में घाटी में आया था और उसने गर्मियों में वेल्डर के तौर पर काम किया था. सर्दियों में वह घाटी से बाहर खासकर पटियाला चला जाता था. उन्होंने कहा कि पंजाब में काम करने के दौरान वह कुलगाम निवासी शाहिद अहमद के संपर्क में आया. वह भी पंजाब में काम कर रहा था. इस साल जनवरी में वह घाटी आया और दक्षिण कश्मीर में एटीएम एवं अन्य लूटों की योजना बनाई. संदीप, मुनीब शाह, शाहिद अहमद और अहमद नामक चार लोग आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कुलगाम में किराए के मकान में रहे.आईजीपी ने कहा कि वहीं ये लोग लश्कर के कट्टर आतंकी शकूर अहमद से मिले. उन्होंने कहा यह इनकी आपराधिक गतिविधियों की शुरुआत थी. आतंकियों ने एटीएम लूटने के लिए संदीप की मदद ली और लूटा गया धन बांट लिया जाता था. पुलिस के अनुसार, लश्करी और उनका समूह 16 जून को दक्षिण कश्मीर के अचाबल इलाके में एसएचओ फिरोज अहमद डार और पांच अन्य पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या में संलिप्त थे. बाद में एक मुठभेड़ में लश्करी भी मारा गया और इस दौरान संदीप उसके साथ था।