अर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा अन्नदाता
भारतीय किसान संघ के 39वें स्थापना दिवस पर संगठन के राष्ट्रीय मंत्री मोहिनी मोहन मिश्र ने कहा कि देश के अन्न भंण्डारों को देने वाला किसान अर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है, जो बहुत दुखद है। उसे उसकी उपज का न तो पूरा दाम मिल रहा है और न ही समय पर भुकतान ही हो रहा है। वे इकबालपुर सहकारी गन्ना समिति के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में किसानों को सम्बोधित कर रहे थे। किसानो को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि देश में अन्न भण्डारण की क्षमता 670 लाख टन है जबकि देशवासियों के लिये वार्षिक अन्न आवश्यकता 870 लाख टन है। लेकिन देश के किसानो ने गत वर्ष 2650 लाख टन आनाज के रिकार्ड उत्पादन का उपहार सरकार को दिया है। बावजूद के किसान के हालात यह हैं कि वह बीज, खाद, दवाई से लेकर सिंचाई के लिये पानी तक नगद खरीदता है, लेकिन उसकी फसल या तो खरीदी नहीं जाती यदि खरीद जाती है तो भुगतान देरी से किया जाता है।