केंद्र सरकार द्वारा अक्षम लोगों को उपकरण वितरित किया गया
पिछले डेढ़ वर्षों के दौरान सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने अक्षम लोगों की सहायता के लिए सहायक उपकरण वितरण हेतु कैंप आयोजित करने की महत्वाकांक्षी योजना को जारी रखने के क्रम में आज अमरावती में व्यापक वितरण कैंप का आयोजन किया। केंद्र सरकार द्वारा मानव संसाधन के अभिन्न अंग के रूप में अक्षम लोगों की पहचान करते हुए उनके पुनर्वास की दिशा में महती कार्य हुए हैं। इसी लक्ष्य को हासिल करने की कोशिशों को आगे बढ़ाते हुए अमरावती स्थित सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग ने संत गजे महराज विद्यालय, अमरावती में एक शताब्दी कैंप आयोजित किया। इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलौत मुख्य अतिथि थे। समारोह में महाराष्ट्र सरकार के उद्योग और पर्यटन मंत्री प्रवीन पोते और अमरावती के सांसद आनंद राव अदसुल भी मौजूद थे। इस अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री गहलौत ने इस तरह के कैंपों के कामयाब आयोजन पर खुशी व्यक्त करते हुए इसकी सफलता की कामना की। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों के दौरान ऐसे कैंप आयोजित करने से 3,75,000 लोगों को उपकरण उपलब्ध कर राहत पहुंचाई गई है। इस तरह के कैंप के महत्व को स्पष्ट करते हुए गहलौत ने घोषणा की कि उनके मंत्रालय में अमरावती जिले में इस साल यूनिक डिसएबिलीटी आईटेंटिटी कार्ड को राष्ट्रव्यापी स्तर पर जारी करने की योजना बनाई है। उन्होंने यह भी कहा कि अमरावती में जरूरतमंद लोगों के फायदे के लिए अत्याधुनिक मोटर चालित तिपहिया साइकिलें भी शीघ्र ही उपलब्ध कराए जाएंगे। कई तरह के लोकप्रिय छात्रवृत्ति योजनाएं वक्त की जरूरत हैं और उनका विभाग अक्षम विद्यार्थियों को इस तरह की जरूरतें पूरी करने पर जोर दे रहा है। इसके अलावा ऐसे कैंप में युवा और बच्चों को बेहतर सुनाई दे, इसके लिए उपकरणों के वितरण पर भी जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कैंपों की कामयाबी से अब बेहद जरूरतमंद लोगों को सीधे फायदे पहुंचाने की पारदर्शी प्रणाली की आवश्यकता है। गहलौत ने वहां मौजूद दर्शकों को जानकारी दी कि उनके विभाग ने अक्षम लोगों के पंजीकरण के लिए मौके पर ही सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। पहले ये लोग अक्षमता प्रमाण पत्र हासिल करने में दिक्कत महसूस कर रहे थे।