केंद्र सरकार द्वारा 24 घंटे बिजली उपलब्धता पर दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन
केरल के कोच्चि के बोलगट्टी में इस महीने की छह और सात तारीख को सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा एवं खनन मंत्रियों का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय कोयला, ऊर्जा, नवीन एवं अक्षय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल करेंगे। सम्मलेन में इस क्षेत्र से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह संसद के शीतकालीन सत्र से पहले हो रही है, जिसमें विद्युत अधिनियम के प्रस्तावित संशोधन लाए जाएंगे। कोच्चि में दो दिन तक चलने वाले ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन में विद्युत उत्पादन, वितरण और पारेषण, कोयला उत्पादन एवं आपूर्ति, नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए संबंधित क्षेत्र में सुधार के मुद्दों पर अलग चर्चा होगी। विचार-विमर्श के दो दिन के एजेंडे में सभी को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने के लिए राज्यों के विशिष्ट दस्तावेजों की तैयारी व कार्यान्वयन, बिजली से महरूम गांवों का मिशन मोड में विद्युतीकरण, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई) का तेजी से कार्यान्वयन, एकीकृत बिजली विकास योजना का क्रियान्वयन, एटी एंड सी नुकसान में कमी के लिए रणनीति, स्मार्ट ग्रिड, डिस्कॉम की वित्तीय स्थिति, एडवांस संचरण योजना, पारेषण योजनाओं के ‘राइट ऑफ वे’ (आरओडब्ल्यू), हरित ऊर्जा कॉरिडोर एक व दो शामिल हैं। थर्मल क्षेत्र में, थर्मल परियोजनाओं की खातिर राज्य सरकारों के समर्थन के लिए चर्चा की जाएगी। इनमें भूमि अधिग्रहण, सौहार्दपूर्ण कानून एवं व्यवस्था की स्थिति, कोयला से अदला-बदली-पद्धति और लाभ, कोल लिंकेज नीति और कोयले की तीसरे पक्ष की सैंपलिंग शामिल हैं। सम्मेलन में इस समय चल रही 36 जल विद्युत परियोजनाओं के पूरा करने में तेजी लाने, ग्यारह फंसी हुई या ठप परियोजनाओं के मुद्दों को हल करने, पारदर्शी एवं प्रगतिशील पनबिजली नीति तथा पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन नीति तैयार करने पर भी चर्चा होगी।