गोरखा समुदाय ने कठिन समय में राष्ट्र की सेवा की है : डॉ. जितेन्द्र सिंह
केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री (डोनर), युवा मामलों और खेल राज्य (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री, पीएमओ, कार्मिक, सार्वजनिक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि गोरखा समुदाय ने हर अच्छे और बुरे समय में तथा सर्वाधिक कठिन परिस्थितियों में राष्ट्र की सेवा की है और उनकी बहादुरी, पराक्रम एवं देशभक्ति की कहानियां दूसरों के लिए एक उदाहरण है। डॉ. जितेन्द्र सिंह भारत के गोरखों के एक राष्ट्रीय संगठन ‘भारतीय गोरखा परिसंघ’ के एक शिष्टमंडल से बात कर रहे थे, जो एक लंबे समय से अपने विचाराधीन मुद्दों के निवारण के लिए कल यहां उनसे मिलने आए थे। उन्होंने डॉ. सिंह से हस्तक्षेप की मांग की, विशेष रूप से इस तथ्य पर विचार करते हुए कि आज पूरे भारत में एक करोड़ से अधिक की गोरखा आबादी में से एक बड़ा हिस्सा, जो 35 लाख से भी अधिक है, देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में रहता है। शिष्टमंडल का नेतृत्व संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस.एम.मोक्टम ने किया। मोक्टम ने जितेन्द्र सिंह के साथ एक विस्तृत बैठक की, जिसमें यह प्रमाणित करने के लिए कि वे इस क्षेत्र के स्थाई निवासी हैं, समुदाय के सदस्यों को समुचित दस्तावेज मुहैया कराए जाने के मुद्दे पर चर्चा की गई। शिष्टमंडल ने शिकायत की कि ऐसे दस्तावेज के अभाव में उन्हें कभी कभार विदेशी या अवैध नागरिक या गैर-स्थानीय मान लिया जाता है। उन्होंने शिकायत की कि ऐसे दस्तावेजीकरण के अभाव में कई राज्यों में उन्हें मतदाता सूची में सूचीबद्ध करने से भी वंचित किया गया है।