चीफ़ जस्टिस पर जब चिल्लाए प्रशांत भूषण, जानिए खबर
एक मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में हंगामा खड़ा हो गया. एक अख़बार के अनुसार एक मेडिकल कालेज को लेकर पांच जजों की पीठ ने खंडपीठ के फैसले को रद्द कर दिया. अख़बार के अनुसार, एक दिन पहले खंडपीठ ने इस मामले को संवैधानिक पीठ के हवाले करने का फ़ैसला दिया था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के चीफ़ जस्टिस दीपक मिश्रा की नेतृत्व वाली पीठ ने कहा कि किस मामले को कौन सुनेगा, इसका फ़ैसला करना चीफ़ जस्टिस का काम है. इससे पहले, ज्यूडिशियल फॉर एकाउंटबिलिटी एंड रिफॉर्म्स नामक एनजीओ की ओर से जिरह कर रहे वकील प्रशांत भूषण ने आग्रह किया था कि इस मामले की सुनवाई चीफ़ जस्टिस मिश्रा न करें क्योंकि उनके ख़िलाफ़ भी एफ़आईआर है. हालांकि भूषण एफ़आईआर में उनका नाम नहीं दिखा सके. इसी दौरान प्रशांत भूषण ने मुख्य न्यायाधीश पर आरोप लगाए. वो चिल्ला कर बाहर निकल गए. चीफ़ जस्टिस ने कहा ऐसे आरोपों में संस्थान काम नहीं कर सकता. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने प्रशांत भूषण की निंदा की है.