नाबार्ड द्वारा क्रेता-विक्रेता बैठक का आयोजन, जानिए खबर
देहरादून | आज नाबार्ड, उत्तराखण्ड क्षेत्रीय कार्यालय, देहरादून द्वारा क्रेता-विक्रेता बैठक का आयोजन किया गया। किसी भी व्यवसाय के लिए बाजार की उपलब्धता और कच्चे माल की सुचारु व्यब था अनिवार्य है, इसी कड़ी को जोड़ने के लिए क्षेत्रीय कार्यालय ने एक क्रेता- विक्रेता मीटिंग का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य महाप्रबंधक श्री सुनील चावला ने कहा जैसाकि विदित है कि पहाड़ के जैविक उत्पाद व हस्तशिल्प उत्पादों को बहुत पसंद किया जाता है। परंतु इन उत्पादों को उचित मूल्य तथा थर बाजार की आवश्यकता है। अतः यह बैठक न केवल भारत सरकार के मिशन 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने में बल्कि कृषक उत्पादक संगठनों को अपने उत्पाद को उचित बाजार भी उपलब्ध करवाने में सहयोगी होगी।
ऋण सुविधा के बारे में दी गई प्रस्तुति
साथ ही इस अवसर पर नैबकिसान के प्रतिनिधि ने कृषक उत्पादक संगठनों हेतु ऋण सुविधा के बारे में प्रस्तुति दी गई जिसका उपयोग संगठन अपने व्यापार में वृद्धि करने के लिए कर सकते हैं. नाबार्ड द्वारा राज्य में विभिन्न योजनाओं द्वारा कृषक उपादक संगठनों को प्रो साहित किया जा रहा है, स्वयं नाबार्ड द्वारा स य में 89 किसान उपादक संगठन बनाए जा चुके हैं, जोकि विभिन्न कृषि और गैर कृषि व्यावसायिक गतिविधियाँ कर रहे हैं। बैठक का उद्देश्य उपलब्ध बाज़ार और कृषक ज्पादक संगठनों के मध्य उचित समंजस्य बैठाना है। बैठक में क्रेताओं तथा विक्रेताओं ने एक दूसरे की आवश्यकताओं को पहचानने पर बल दिया और परस्पर सम्पर्कस् थापित करवाने की पहल पर नाबार्ड की प्रशंसा की। बैठक में एपीडा, उत्तराखण्ड कृषि, बागवानी विभाग, उत्तराखण्ड औद्योगिक संघ, उत्तराखण्ड जैविक जिंस बोर्ड, कृषि विपणन बोर्ड, आईएलएसपी(हिलांस) जैसे विभिन्न विभागों के साथ-साथ कृषक उत्पादक संगठन व टाटा बेवरेज, हंस फाउंडेशन, एसईएसएस, हल्दिविटा प्रा. ली . , एजी प्लस प्रा.लि., हिम शक्ति, ऑर्गेनिक ट्री जैसी बड़ी प्राईवेट कम्पनियों ने भी भाग लिया।