पर्यटन मंत्रालय मना रहा है अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
योग एक 5,000 साल पुरानी शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक परंपरा है, जिसका भारत में उद्भव हुआ। योग का उद्देश्य शरीर और मन दोनों का कायाकल्प करना है। 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी। अमेरिका, कनाडा और चीन सहित 175 देश ने इस प्रस्ताव को सह प्रायोजित किया। इस तरह संयुक्त राष्ट्र महासभा के किसी प्रस्ताव को पहली बार इतने अधिक देशों ने प्रायोजित किया है। पर्यटन मंत्रालय 20 देशों के टूर ऑपरेटर्स/ट्रैवेल एजेंटों/मीडिया के लोगों/राय निर्माताओं और विद्वानों को शामिल करके 50 विदेशी प्रतिनिधियों के एक समूह के लिए एक एफएएम टूर की मेजबानी के द्वारा 21 जून 2016 को दूसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है। ये देश स्रोत बाजार है जो योग और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण भी हैं। 50 प्रतिनिधियों के इस समूह को दो समूह में विभाजित किया जाएगा, जो 21 जून, 2016 को दिल्ली और चंडीगढ़ में अलग-अलग भागीदारी करेंगे। इसके बाद दोनों समूह हरिद्वार, ऋषिकेश, त्रिवेंद्रम, कोचीन, नेय्यार (केरल), पांडिचेरी और चेन्नई में स्वास्थ्य और आध्यात्मिक केन्द्रों का भ्रमण करेंगे। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को बढ़ावा देने के लिए सृजनात्मक पोस्टर और योग से संबंधित विशेष कटआउट के लिए भारत और विदेश स्थित भारतीय पर्यटन कार्यालयों में भेजे जा रहे हैं। पर्यटन मंत्रालय ‘भारत – योग की भूमि’ नामक ब्रोशर की पुनः छपाई कर रहा है, जिसकी सॉफ्ट कॉपी उत्पादन/वितरण के लिए विदेशों में स्थित भारतीय पर्यटन कार्यालयों को भेजी जा रही हैं। मंत्रालय सोशल मीडिया के माध्यम से भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को बढ़ावा देगा।