भारत-फ्रांस के बीच 14 समझौतों पर मुहर लगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों के बीच शनिवार को चली गहन वार्ता के बाद गोपनीय सूचनाओं की सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा और सामरिक सुरक्षा से जुड़े कुल 14 समझौतों पर मुहर लगी। दोनों देशों के नेताओं की मौजूदगी में शिक्षा, पर्यावरण, शहरी विकास और रेलवे के क्षेत्र में भी अहम समझौतों पर दस्तखत किए गए। मैक्रों के साथ संयुक्त वार्ता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में अपने संबंधों को काफी मजबूत किया है। जबकि, मैक्रों ने कहा कि भारत और फ्रांस ने आतंकवाद और कट्टरवाद के खतरों की चुनौतियों से निपटने के लिए मिलकर काम करने का फैसला किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग आपसी संबंधों में खास महत्व रखता है। दोनों देशों के नेताओं ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में आपसी सहयोग पर भी चर्चा की। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी भले ही सिर्फ 20 वर्ष पुरानी हो लेकिन हमारी सभ्यता और आध्यात्मिक साझेदारी काफी पुरानी है। उदारवादी, समानता और भाईचारे की भावना सिर्फ फ्रांस में ही नहीं है बल्कि इसका उल्लेख भारतीय संविधान में भी है। मैक्रों के भारत दौरे के पहले दिन शनिवार को फ्रांस और भारतीय कंपनियों के बीच 16 बिलियन डॉलर के समझौतों पर मुहर लगी है। यह बात फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान जारी कर बताया। चार दिवसीय भारत दौरे पर अपनी पत्नी ब्रिगिट्टे मैरी क्लाउड मैक्रों और मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ आए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ दिल्ली के हैदराबाद हाउस में मुलाकात की। इससे पहले मैक्रोन ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिलकर कई मुद्दो पर चर्चा की। मैक्रों ने राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत समारोह के दौरान कहा ,’ मैं भारत आकर बहुत खुश हूं और स्वयं को गौरवाविंत महसूस कर रहा हूं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत वर्ष जुलाई में अपनी फ्रांस यात्रा के दौरान मुझे अपने देश आने का न्यौता दिया था। मेरा इरादा दोनों देशों के बीच खास कर, रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्रों में सहभागिता का एक नये युग की शुरूआत करने का है।’ उन्होंने दोनों देशों के संबंधों को ऐतिहासिक बताते हुए कहा,’मैं समझता हूं कि हमारे बीच बहुत बेहतर तालमेल है। दो महान लोकतांत्रिक देशों के बीच संबंध ऐतिहासिक हैं।’ इससे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री मैक्रों और उनकी पत्नी ब्रिगित मैरी क्लाउड मैक्रों का राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया। श्री मैक्रों के साथ उनके मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सदस्य भी आये हुए हैं।