भारत विकास के लिए नेपाल को 100 करोड़ रुपये देगा: पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी जनकपुर पहुंच चुके हैं. यहां एयरपोर्ट पर पीएम का भव्य स्वागत किया गया. यहां से पीएम सीधे जानकी मंदिर गए जहां पूजा-अर्चना के बाद रामायण सर्किट और जनकपुर-अयोध्या बस सेवा को हरी झंडी दिखाई. इसके बाद पीएम बारहबीघा ग्राउंड में नेपाल की जनता को संबोधित कर रहे हैं. दोपहर में प्रधानमंत्री नेपाल की राजधानी काठमांडु पहुंचेंगे. पिछले चार सालों में पीएम मोदी का तीसरा नेपाल दौरा होगा. इस दौरे में दोनों देशों में कनेक्टिविटी बढ़ाने पर जोर होगा. साथ ही रक्सौल और काठमांडु रेल लिंक पर भी बात होने की संभावना है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनकपुर में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में कहा, भारत की पड़ोसी प्रथम नीति में नेपाल सबसे पहले आता है. जनकपुर और आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए नेपाल को 100 करोड़ रुपये देगा भारत, पीएम मोदी ने कहा कि हम एक नए भारत का निर्माण कर रहे हैं, जहां गरीब-से-गरीब व्यक्ति को भी प्रगति के समान अवसर मिले. जहां भेदभाव-ऊंच-नीच ना हो, सबका सम्मान हो. जहां बच्चों को पढ़ाई, युवाओं को कमाई और बुजुर्गों को दवाई मिले. पीएम मोदी ने कहा कि जनक की नगरी, सीता माता के कारण स्त्री- चेतना की गंगोत्री बनी है. सीता माता यानि त्याग , तपस्या ,समर्पण और संघर्ष की मूर्ति. पीएम मोदी ने कहा, भारत नेपाल संबंध किसी परिभाषा से नहीं बल्कि भाषा से बंधे हैं। ये भाषा आस्था की है, ये भाषा अपनेपन की है, ये भाषा रोटी की है और ये भाषा बेटी की है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत और नेपाल दो देश हैं, लेकिन हमारी मित्रता आज की नहीं त्रेता युग की है. राजा जनक और राजा दशरथ ने सिर्फ़ जनकपुर और अयोध्या ही नहीं, भारत और नेपाल को भी मित्रता और साझेदारी के बंधन में बांध दिया था. पीएम मोदी ने कहा कि भारत और नेपाल दोनों देशों के बीच ‘रामायण’ सर्किट बनाने की दिशा में काम करेंगे. यह दोनों देशों के बीच लोगों से संपर्क करने के लिए मजबूत लोगों के लिए आधार के रूप में कार्य करेगा.