मंथन : “समावेशी शिक्षा” के विभिन्न पहलुओं पर….
देहरादून | आज राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान,देहरादून के प्रांगण में अतिविशिष्ट विचारों का मंथन की शुरुआत हुई । नेशनल कॉन्फ्रेंस में देश के विशिष्ट शिक्षा नामी-गिरामी बुध्दिजीवी समावेशी शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर अपने-अपने विचारों को रखे तथा दो दिनों के इस बौद्धिक मेले में मंथन के बाद कुछ विशेष निकलकर आने की संभावना भी जताई गयी है। लगभग 14 राज्यों से इसमें 200 के करीब लोगों ने भाग लिया। इसमें राष्ट्रीय कांफ्रेंस में आर सी आई,आई सी वी आई वेस्ट एशिया:इंटरनेशनल कौंसिल ऑफ एडुकेशन ऑफ विजुअली इम्पेयर्ड,साइटसेवर्स इंटरनेशनल, नेशनल ट्रस्ट,शिक्षा विभाग उत्तराखंड, रविन्दर भारती यूनिवर्सिटी तथा राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान जैसे ख्याति प्राप्त संस्थान सहयोगी की भूमिका में हैं। इस कार्यक्रम के आज के दिन मुख्य अतिथि प्रो सुदेश मुखोपाध्याय(भूतपूर्व चेयरमैन आर सी आई,नई दिल्ली) ने कहा ” कि हमें पुराने अनुभवों के साथ साथ नए अनुसन्धानों को भी देखकर व समझकर आगे बढ़ना होगा।इस क्षेत्र में अभी भी काफी संभावनाएं हैं तथा अतिविशिष्ट अतिथि में रूप में वीरेंद्र सिंह रावत(निदेशक एलिमेंट्री एडुकेशन उत्तराखंड शिक्षा विभाग) ने अपने वक्तव्य में समावेशी शिक्षा को उत्तराखंड में भेज बढ़ चढ़कर आगे बढाने कज बात कही। इसमें प्रथम चरण में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ भूषण पुनानी (चेयरपर्सन ),आई सी ई वी आई पश्चिम एशिया) ने अपने लंबे अनुभव के आधार पर समावेशी शिक्षा को ऑन के समाज अजर दिव्यंजनों की आवश्यकता बताया और कहा कि हमें इसमें मिल झुलकर कार्य करना होगा।साथ ही साथ उन्होंने इस भव्य आयोजन के लिये संस्थान को भी बधाइयाँ दी।स्वयं पुनानी जी ने कहा कि पहली बार इस क्षेत्र के दिग्गज एक मंच पर मीले हैं।संस्थान ने भी पहली बार इस क्षेत्र में ऐसा भब्य आयोजन किया है।
यह रहे उपस्थित
संस्थान के निदेशक नचिकेता राउत(चीफ पेटरन),डॉ पंकज कुमार(ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी),संस्थान के सभी
विभागाध्यक्ष,अन्यस्पीकर्स,पार्टिसिपेंट्स,ऑर्गनाइजिंग कमिटी मेंबर्स तथा स्टाफ व अन्य सभी उपस्थित रहे।