राष्ट्रपति ने आईआईटी, आईआईएससी-बेंगलुरू और आईआईएसईआर के छात्रों से की मुलाकात
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में ‘इन-रेजीडेंस’ प्रोग्राम में भाग ले रहे आईआईटी, आईआईएससी-बेंगलुरू और आईआईएसईआर के 13 छात्रों से मुलाकात की। आईआईटी, आईआईएससी-बेंगलुरू और आईआईएसईआर के छात्रों के लिए यह प्रथम ‘इन-रेजीडेंस’ प्रोग्राम है। इसी तरह के प्रोग्राम लेखकों, कलाकारों, जमीनी स्तर के नवप्रवर्तकों, एनआईटी छात्रों और प्रेरित शिक्षकों के लिए पहले से मौजूद हैं। इस अवसर पर अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने छात्रों से राष्ट्र के प्रति योगदान देने, भारत को महान बनाने के लिए कड़ा परिश्रम करने और हमारे देश के समक्ष मौजूद चुनौतियों से निपटने का आह्वान किया। छात्रों को उच्चस्तरीय प्रतिभा, विशेषज्ञता और कौशल के धनी करार देते हुए राष्ट्रपति ने युवा छात्रों से उन पर किए गए निवेश को अनुसंधान, विकास और नवाचार के माध्यम से समाज को लौटाने को कहा। उन्होंने कहाकि छात्र स्वयं को विलक्षण और अन्य लोगों से अलग बनाएं। उन्होंने युवाओं को नई पीढ़ी का नेता करार दिया और कहा कि उन्हें देश में बदलाव लाने के लिए युवावस्था की अदम्य भावना को प्रदर्शित करना चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि बड़ी संख्या में युवक और युवतियों ने भारत के स्वाधीनता संग्राम में योगदान दिया था।