सत्य या असत्य : जेवर गैंगरेप की आड़ में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश
नोएडा | दिल्ली से सटे जेवर-बुलंदशहर हाई-वे के पास जेवर में चार महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म, लूटपाट व परिवार के मुखिया की हत्या के मामले को राजनीतिक रंग देने की भी कोशिश हुई। बताया जाता है कि पीड़ित महिलाओं को गुमराह करके ऐसा बयान दिलवाया गया, जिससे घटना को सांप्रदायिक रूप दिया जा सके। इसमें एक स्थानीय पत्रकार व एक अन्य व्यक्ति की भी भूमिका रही। आरोप है कि इन दोनों ने एक राजनीतिक दल के इशारे पर महिलाओं को गलत बयान देने के लिए राजी किया। शनिवार को पीड़ित महिलाएं अपने बयान से पलट गईं। पुलिस प्रशासन की उक्त दोनों लोगों की गतिविधियों पर कड़ी नजर है। एक पार्टी जेवर को बिसाहड़ा (जहां गोमांस को लेकर इखलाख की हत्या हो गई थी) बनाकर अपना राजनीतिक हित साधने के प्रयास में लगी थी। उक्त राजनीतिक दल ने एक स्थानीय पत्रकार व एक अन्य व्यक्ति के जरिये पीड़ित महिलाओं को गलत बयानी के लिए मजबूर कर दिया। उन्हीं के बहकावे में महिलाओं ने कहा था कि वारदात के समय बदमाशों ने गोमांस खाने के कारण घटना को अंजाम देने की बात कही थी। पीड़ित महिलाओं ने कहा कि कम पढ़े-लिखे होने की वजह से उन्हें दो लोगों ने गुमराह कर गलत बयान देने के लिए मजबूर किया था। बदमाशों ने इस तरह की कोई बात नहीं कही थी।