समाज में चल रही, ईक कोरोना महामारी है…..
समाज में चल रही, ईक कोरोना महामारी है
अब ना ही कोई तेरा प्यार
अब ना ही कोई साथी है
ईक ईश्वर है, और उसके साथ तेरी यारी है
अब मुझे हाथ मिलाने से डर लगता है
तेरे पास आने से डर लगता है
हर ईक इंसान ने प्रकृति से किया खिलवाड़ है
मेरी माँ गँगा का मानव तुने किया बहिष्कार है
मानव प्रकृति से डर मांग अपने गुनाहों की माफी
चन्द रुपये कमाने में, कर रहा है तू गुस्ताखी
लग्जरी लाईफ पाने को,कर रहा तु धरती माँ का कत्ल
हे तु कातिल ,हे तु गुनहगार ,
वक्त आने पर मानव होगा तेरा भी बहिष्कार
हे मानव तुझे प्रकृति ने दिया अभी ईशारा है
हे मानव मांग ले अपने गुनाहों की माफी
कर ले मानव सामाज में कुछ अच्छे काम
बड़ा कदम,सामाज के हित के लिये
बना दे देश को खुशहाल
कर देश को कोरोना महामारी से मुक्त
ये ही प्रकृति की आवाज है
ये ही आज हर इंसान की आवाज है
– सन्नी सिंह ( पंजाबी सिंगर)