सांस्कृतिक विरासत को निहारता गढ़ कौथिक मेला, जानिए खबर
देहरादून | गढ़वाल भ्रातृ मंडल संस्था की ओर से आयोजित गढ़ कौथिक मेला आज दूसरे दिन अपनी चरम सीमा पर है मेला परिसर में लगे स्टालों में सुबह से ही लोगों की बड़ी भीड़ लगी रही | स्टालों में पहाड़ी अनाज अरसे दालें कपडेव हस्तशिल्प से बनी आकृतिओं की दर्शकों द्वारा खूब खरीददारी की गयी कार्यक्रम की अध्यक्षता सुधीर नौटियाल, निदेशक उद्योग के कर कमलों से दीप प्रज्वलित कर की गयी. तत्पश्चात स्थानीय बाल कलाकारों तथा संस्था की महिलाओं द्वारा भिन्न – २ प्रकार की प्रस्तुती दी गयी पलायन और अभिशाप विषय पर स्कूली बच्चों द्वारा वाद-विवाद प्रतियोगिता में भाग लिया गया, जिसमे बच्चों विचारों से लोग काफी प्रभावित हुए | सायं कालीन संध्या में कार्यक्रम की अध्यक्षता रमेश पोखरियाल ‘निशक’ केंद्रीय मानव संशाधन एवं विकास मंत्री भारत सरकार और विशिष्ट अतिथि बतौर सुनील उनियाल ‘गामा’ महापौर देहरादून, और डॉ चेतन शर्मा, वैलमेड हॉस्पिटल के रूप में की गयी सांस्कृतिक संध्या में साहिब सिंह रमोला व आकांक्षा रमोला ने अपनी प्रश्तुति दी. परिंदा वइमोशन डांस स्टुडिओं के माध्यम से भिन्न-२ प्रकार नृत्य प्रश्तुत किये गए | मेले में बच्चो ने झूलों का भी खूब आनंद लिया और तरह-२ के ब्यंजनों जिसमे मड़वे की रोटी, दाल की पकोड़ी, दाल भरी रोटी, अरसे, रायता, झगोरे की खीर आदि पहाड़ी भोजन का सभी दर्शाकों ने भरपूर आनंद लिया इस रौनक भरे मेले के आयोजन के दूसरे दिन संस्था के संरक्षक कर्नल (से. नि.) एच एम् बर्थवाल, अध्यक्ष रघुनन्दन सिंह रावत, मेलाधिकारी जयपाल सिंह रावत, महासचिव सर्वेंद्र सिंह फरस्वान, सचिव दीपक नेगी, कोषाध्यक्ष नंदन कोठारी, मनोरंजन थपलियाल, अरुण थपलियाल, रमेश रावत, उमराव सिंह गुसाईं, मत्ति यशवंती थपलियाल, रमेश चमोली, रंजन नौटियाल, राजुल नौटियाल, मान सिंह नेगी, बादर सिंह बिष्ट, कमल सिंह नेगी, सुन्दर लाल सेमवाल, हरीश चौहान, आर पी चमोली, आर सी एस रावत, सुषमा सजवाण चौधरी आदि उपस्थित रहे।