सिनेमाहॉल और मॉल जाने वाली बहू नहीं चाहिए, चाहिए देसी संस्कारी बहू : राबड़ी देवी
पटना। बिहार की राजनीति लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार सबसे अहम परिवार माना जाता है. पार्टी से जुड़ना, परिवार से जुड़ना और अगर परिवार का सदस्य बनने की बात आती है तो यह बिहार के लोगों के लिए तो गर्व की बात है. लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी तथा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी अपने दोनों बेटों के लिए बहू की तलाश कर रही हैं. दोनों ही बेटे राज्य के कद्दावर नेता हैं. एक उपमुख्यमंत्री तो दूसरा राज्य सरकार में मंत्री है। खबर है कि राबड़ी देवी अपने दोनों बेटों के लिए देसी बहू ढूंढ़ रही हैं. राबड़ी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव बिहार सरकार में मंत्री हैं. कल रविवार (11 जून) को लालू प्रसाद यादव के 69वें जन्मदिन पर रविवार को अपने आवास पर आयोजित समारोह में राबड़ी देवी ने कहा कि उन्हें सिनेमाहॉल और मॉल जाने वाली बहू नहीं चाहिए. जन्मदिन समारोह में राबड़ी से उनके बेटों की शादी से जुड़ा सवाल पूछा गया था। रिपोर्ट के अनुसार राबड़ी देवी ने कहा कि उन्हें अपने बेटों के लिए अच्छे संस्कार वाली बहू चाहिए. राबड़ी देवी ने खास तौर पर अपने बड़े बेटे लिए संस्कारी बहू खोजने की बात कही क्योंकि श्वो काफी धार्मिक है. बता दें कि लालू यादव और राबड़ी देवी की कुल 9 संतानें हैं जिनमें दो बेटे और नौ बेटियां हैं. पिछले काफी समय से लालू प्रसाद यादव के बेटों के शादी को लेकर मीडिया से लेकर राजनीतिक हल्कों में उत्सुकता बनी हुई है. दोनों ही बेटों को जन्मदिन के मौकों पर लड़कियों की लाइन तक लग जाती है. राबड़ी देवी इन दिनों अपने दोनों बेटों के लिए बहू की तलाश कर रही है. वो अब चाहती है कि उनके बेटों की शादी करना चाहती है. लेकिन उन्हें अपने बेटों के लिए देसी बहू की तलाश है. उन्हें मॉल जाने वाली लड़की नहीं चाहिए. कहा, कि वह अपने बेटों के लिए लड़की ढ़ूढ़ रही हैं लेकिन सिनेमा और मॉल जाने वाली लड़की उन्हें नहीं चाहिए. ऐसी लड़की को वो बहू के रूप पर पसंद नहीं करेंगी. उन्होंने कहा कि उन्हें अपने बेटों के लिए देसी बहू चाहिए. उन्होंने कहा कि खास तौर पर तेज प्रताप के लिए वह संस्कारी लड़की चाहती हैं क्योंकि उनके मुताबिक वह बहुत धार्मिक है. उन्होंने कहा कि उन्हें घर चलाने वाली, बड़े बुजुर्गों का आदर करने वाली लड़की चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि जैसे कि हम हैं हमें वैसी ही लड़की चाहिए।