समाजसेवी जितेंद्र कुमार डंडोना “इंटरनेशनल आइकन अवार्ड” से हुए सम्मानित
देहरादून | दून फूड रिलीफ फाउंडेशन के अध्यक्ष शिक्षाविद एवं समाजसेवी जितेंद्र कुमार डंडोना को निर्धन विद्यार्थियों की शिक्षा , प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए फ्री कोचिंग एवं स्टडी मैटेरियल की व्यवस्था, स्कूल एवं कॉलेजों में विषय एवं कैरियर चयन हेतु सेमिनार के आयोजन हेतु ग्लोबल एंपोरियम द्वारा इस वर्ष के अंत में इंटरनेशनल आइकन अवार्ड 2023 से ऑनलाइन सम्मानित किया गया। डंडोना ने संस्था का आभार जताते हुए कहा कि यह अवार्ड उन्हें इस क्षेत्र मेंआगे और कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। डंडोना को पूर्व में भी विभिन्न संगठनों द्वारा सम्मानित किया जा चुका…
पहचान : पुलिस उपाधीक्षक निहारिका एवं महिला आरक्षी डॉली हुई सम्मानित
देहरादून। एनसीआरबी द्वारा नई दिल्ली में आयोजित सीसीटीएनएस/आईसीजे में अच्छी कार्यप्रणाली पर 5वें सम्मेलन में उत्तराखण्ड पुलिस के जनपद हरिद्वार में तैनात पुलिस उपाधीक्षक निहारिका सेमवाल एवं जनपद ऊधमसिंहनगर में तैनात महिला आरक्षी डॉली जोशी को प्रदेश में सीसीटीएनएस/आईसीजेएस के कुशल क्रियान्वयन हेतु सम्मानित किया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर अपराध और न्यायिक सिस्टम को समृद्धि प्रदान करना है। ब्ब्ज्छै-प्ब्श्रै प्रोजेक्ट के अंतर्गत डेटा सहयोग, तकनीकी संबंध, और सुरक्षा संबंधित क्षेत्र में योजनाएं शामिल हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा में सुधार करने का उद्देश्य रखती हैं। साथ ही इस परियोजना के माध्यम से विभिन्न राज्यों के…
जरूरतमंद लोगों के लिए मसीहा है अनुज शेखर चमोली
देहरादून | अनुज शेखर चमोली अपने कर्म और कर्तव्य के साथ साथ समाज के प्रति कर्म और कर्तव्य को भी बखूबी निभाते आ रहे है | पिछले कई वर्षों से गरीब, वंचितों की मदद करते आ रहे हैं। अपने कॉलेज के दिनो से ही वे गरीब बच्चों को मुफ्त में ट्यूशन के रूप में शिक्षा दान करते थे। वर्ष 2015 एवम 2016 में एस.एस.सी की परीक्षा पास की, जिसके बाद एक साल शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार में काम किया। उनका चयन नायब तहसीलदार पद पर भी हुआ था | लेकिन उनकी माता के स्वास्थ्य के कारण वर्ष 2019 समीक्षा…
मानवाधिकार का पोस्टर हुआ लांच, जानिए खबर
देहरादून | मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के पूर्व संध्या पर अर्जेंटीना में अंतर्राष्ट्रीय सांसद एक्सिओंन डे ला पाज की सदस्य एवं डायरेक्टर पर्यावरण प्रयोगशाला संयुक्त अरब अमीरात सरकार विभा भारद्वाज द्वारा एमजे रेजिडेंसी में मानवाधिकार का पोस्टर लांच किया | इस अवसर पर विभा भारद्वाज जी ने कहा कि मानवाधिकार हमारे समाज की मूल नींव हैं, और इस दिन का आयोजन हमें यह याद दिलाता है कि इन्हें बचाने और बढ़ावा देने का जिम्मेदारी हम सभी को साझा करना चाहिए। इस दिन के अवसर पर हम सभी को यह आदान-प्रदान करने का आवाहन करते…
देहरादून : पीएम मोदी से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चिनदरियालाल राही ने जाहिर की यह अंतिम इच्छा, जानिए खबर
देहरादून | दून अस्पताल में गंभीर अवस्था में भर्ती उत्तरकाशी के शतायु पूरी कर चुके स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चिनदरियालाल राही ने जाहिर की अंतिम इच्छा।इस सेनानी ने अपनी आवाज को अपने पुत्र चिरंजीव के माध्यम से शब्दों का जामा पहनाया है। प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में इन्होंने केंद्रीय तथा राज्यों की शिक्षण संस्थाओं के पाठ्यक्रम में आजादी का इतिहास तथा सेनानियों की जीवनी को प्रमुख स्थान देने तथा पूर्व की भांती भूखंड आवंटित करने की मांग की है। इन्होंने कहा है की राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता सेनानी मेमोरियल तथा सेनानी सदन स्थापित किया जाए, केंद्रीय तथा राज्य सेवाओं…
उम्मीदे : भीख मांगने वाले शख्स ने खड़ी कर दी करोड़ों रुपयों की कंपनी
बेंगलुरु | अगर मेहनत की जाए तो जिंदगी में ऐसा कुछ नहीं है जिसे हासिल न किया जा सकता हो। मेहनत और समझदारी से बड़ी से बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है। दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्होंने मेहनत के दम पर अपनी किस्मत बदल के रख दी है। ऐसे लोगों की लिस्ट में शामिल हैं रेणुका आराध्या। एक समय ऐसा भी था जब रेणुका आराध्या गलियों में भीख मांगा करते थे। लेकिन आज वह 40 करोड़ रुपये की कंपनी के मालिक हैं। रेणुका की कंपनी में सैकड़ों लोग नौकरी करते हैं। ऐसे लोग जो जिंदगी…
पहले मिस देहरादून फिर मिस उत्तराखंड और अब बनी आईएएस अफसर, जानिए खबर
मेरठ/देहरादून | पूर्व मिस उत्तराखंड तस्कीन खान का ख्वाब मिस इंडिया बनने का था | लेकिन वक्त ने कुछ तरह करवट ली कि अब वह ब्यूटीक्वीन से ब्यूरोक्रैट बनने को तैयार हैं | तस्कीन खान ने हाल ही में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की है | मेरठ की रहने वाली तस्कीन देहरादून में पली-बढी, तस्कीन के पिता आफताब खान, मां शाहीन खान और छोटी बहन अलीजा खान मेरठ में रहते हैं | देहरादून की तस्कीन खान ने यूपीएससी 2022 परीक्षा 736वीं रैंक के साथ क्रैक किया है | वह सोशल मीडिया स्टार हैं, जिनके काफी फॉलोवर्स हैं | साल…
पहचान : शिक्षाविद एवं समाजसेवी जितेंद्र कुमार डंडोना हुए सम्मानित
देहरादून | दून फूड रिलीफ फाउंडेशन के अध्यक्ष शिक्षाविद एवं समाजसेवी जितेंद्र कुमार डंडोना को निर्धन विद्यार्थियों की शिक्षा , प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए फ्री कोचिंग एवं स्टडी मैटेरियल की व्यवस्था, स्कूल एवं कॉलेजों में विषय, कैरियर चयन हेतु सेमिनार के आयोजन एवं उनके संपूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिए किए गए प्रयासों हेतु अचीवर बुक ऑफ़ रिकार्ड्स द्वारा आयोजित वर्चुअल समारोह में राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया। डंडोना ने संस्था का आभार जताते हुए कहा कि यह अवार्ड उन्हें इस क्षेत्र में आगे और कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। डंडोना…
रामबाबू का मजदूरी से एशियन गेम्स में कांस्य पदक जितने तक का सफर, जानिए खबर
सोनभद्र | सोनभद्र जिला मुख्यालय से लगभग 18 किलोमीटर दूर, राबर्टसगंज कोतवाली क्षेत्र के बहुअरा गांव है। यहीं राम बाबू का घर है। यहां जाने के लिए बमुश्किल पांच फीट चौड़ी सड़क है। मानो पगडंडी हो। रामबाबू के पिता छोटे लाल पेशे से मजदूर हैं। मां मीना और छोटे लाल दोनों मनरेगा के तहत मजदूरी करते हैं। पिता ने कहा, ”हम तो मेहनत मजदूरी करते रहे। बेटे ने आज नाम ऊंचा कर दिया। उसकी मां गांव में आसपास के लोगों से दूध लेकर खोवा बनाती, उसे मधुपुर मंडी में बेचकर बेटे को खर्च भेजती रही। हमने बेटे के ख्वाब…
गोलगप्पे बेचे, भूखा सोया, संघर्ष से तपकर बना खिलाड़ी
मुम्बई | यशस्वी के लिए सब कुछ इतना आसान नहीं था। महज 10 साल की उम्र घर छोड़कर मुंबई आकर भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों के बीच अपनी पहचान बनाने के लिए यशस्वी को कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। क्रिकेटर बनकर देश के लिए खेलने का सपना उनके सामने कई चुनौतियां लेकर आया। यशस्वी नहीं रुके और अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ने के साथ-साथ कड़ी मेहनत करते रहे।यशस्वी जायसवाल मूलरूप से उत्तर प्रदेश के भदोही के रहने वाले हैं। उनका परिवार काफी गरीब था। पिता छोटी सी दुकान चलाते हैं. ऐसे में अपने सपनों को पूरा करने के लिए…