किसान की आत्महत्या, नही सुन पाया मोदी के ‘मन की बात’
इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने “मन की बात” किसानो की समस्याओ पर की,लेकिन जंहा एक तरफ मोदी किसानो से मन की बात कर रहे थे वन्ही दूसरी और उत्तरप्रदेश में बदायूं में किसानो ने आत्महत्या कर ली,इसके अतिरिक्त यू.पी. के ही बरेली जिले में एक और किसान ने आत्महत्या कर ली | बदायूं में किसान ने अपने को आग लगा ली और वन्ही दूसरी तरफ बरेली में किसान ने अपने आपको पेड़ पर फांसी पर लटका दिया |खबर के अनुसार बदायूं में किसान ने अपने खेत में जाकर खुद को आग के हवाले कर दिया वन्ही उसको आग से बचाने के चक्कर में किसान के ही चचेरे भाई भी आग की चपेट में आ गया |परिजनों के मुताबिक दोनों ही किसानो ने कर्ज लेकर 12 बीघा जमीन ली थी लेकिन पिछले दिनों मौसम की मार से उसकी सारी फसल खराब हो गयी,जिसके चलते उसने आत्महत्या करने का प्रयास किया |
वंही दूसरी और बरेली में किसान डिप्रेशन में था क्युकी उसकी भी सारी फसल ओला वृष्टि से खराब हो गयी थी ,जिस वजह से उसने आत्महत्या का फैसला लिया |परिजनों से बात करने पर पता चला की किसान काफी समय से परेशान था और इसीलिए उसने सुबह शौच के बहाने से खेत पर जाकर पेड़ पर फांसी लगा दी |वेदराम ने काफी मेहनत से फसल तैयार की थी उसे उम्मीद थी की इस बार वो फसल के अच्छे दाम हासिल करेगा लेकिन मौसम की मार ने उसके सारे अरमान पर पानी फेर दिया |