“जीएमवीएन” की वेबसाइट बंद होने पर सीएम नाराज
देहरादून | यात्रा सीजन के प्रारंभ में ही जी.एम.वी.एन. की बुकिंग वेबसाइट के बंद होने के प्रकरण को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो। यात्रियों की सुविधा के लिये बनायी गयी हर व्यवस्था का नियमित अनुश्रवण हो | उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने यात्रियों के बायोमैट्रिक रजिस्ट्रेशन के लिये एक मोबाइल एप तैयार किया है। कुछ दिनों तक इसकी टेस्टिंग के उपरान्त इसे लांच किया जायेगा। इस एप के माध्यम से तीर्थ यात्री बिना बायोमैट्रिक रजिस्ट्रेशन काउंटर पर गये अपने स्मार्ट फोन के माध्यम से पंजीकरण करा सकेंगे। इस एप के द्वारा प्रत्येक डेस्टिनेशन पर यात्रियों की संख्या उनका यात्रा मूवमेंट आदि पता करने में आसानी होगी। इस एप के माध्यम से यात्रियों को महत्वपूर्ण सूचनाएं तथा चेतावनियां भी त्वरित गति से दी जा सकेंगी। सचिव पर्यटन ने चारधाम यात्रा हेतु किये जा रहे प्रमुख कार्यों एवं रोपवे निर्माण से सम्बन्धित जानकारी दी पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर 234 अस्थाई शौचालय बनाये गये हैं। केदारनाथ पैदल मार्ग पर 209 सफाई कर्मचारियों की तैनाती की गई है। गढ़वाल मण्डल विकास निगम द्वारा गौरीकुण्ड से केदारनाथ तक 2838 शैय्याओं तथा निजी क्षेत्र में 200 टैन्ट की व्यवस्था की गई है। 08 स्थानों पर पंजीकरण का कार्य गतिमान है। उन्होंने कहा कि देहरादून से मसूरी रोपवे के लिए परिवर्तित एलाइनमेंट हेतु ई.ओ.आई प्रकाशित हो चुका है। केदारनाथ रोपवे के लिए यू.आई.पी.सी से टैक्नो इकानोमिक फिजीबिलिटी स्टेडी(टी.इ.एफ.एस.) की प्रक्रिया गतिमान है। सुरकण्डा एवं पूर्णागिरी रोपवे का निर्माण कार्य प्रगति पर है। रानीबाग से नैनीताल रोपवे की भी टैक्नो इकानोमिक फिजीबिलिटी स्टेडी तैयार की जा रही है। बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीआईजी गढवाल पुष्पक ज्योति, अपर सचिव आशीष श्रीवास्तव, अपर सचिव ज्योति खैरवाल, जिलाधिकारी टिहरी सोनिका, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट आदि उपस्थित थे।