तीन दिनों से श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में छिपे गुलदार को मार गिराया
श्रीनगर गढ़वाल। तीन दिनों से श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में छिपे गुलदार को मंगलवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे मेडिकल कॉलेज के कम्युनिटी मेडिसन विभाग के शौचालय के करीब कोरोडोर में मारा गया। बीते रविवार से कॉलेज की बिल्डिंग में ही छिपे इस गुलदार को ढंूढने को लेकर तलाशी अभियान शुरू किया गया। इस दौरान जैसे ही खोजबीन टीम कम्युनिटी मेडिसन विभाग से गुजर रही थी कि अचानक गुलदार ने शौचालय से बाहर आकर उन पर हमला किया। तभी शिकारी अजहर खान ने रायफल से उसे गोली मारी, जिसके तुरंत बाद मशहूर शिकारी जॉय हुकिल ने गुलदार को दूसरी गोली मारी। इससे गुलदार की मौत हो गई। गौरतलब है कि रविवार सुबह करीब सवा दस बजे एक गुलदार मेडिकल कालेज के मुख्य भवन में घुस गया था। यहां उसने अलग-अलग मंजिलों पर दो घंटे के अंतराल में तीन कर्मचारियों पर हमला कर उन्हें जख्मी कर दिया था। तीनों का बेस अस्पताल में उपचार चल रहा है। इस घटनाक्रम के बाद से मुख्य भवन के सभी प्रवेश और निकास द्वारों को बंद कर दिया था। मुख्य भवन से कालेज की दो और इमारतें इंटरकनेक्ट हैं। साथ ही परिसर में फैकल्टी आवास और छात्र-छात्राओं के हॉस्टल भी हैं। वन विभाग और पुलिस की टीम गुलदार को पकड़ने के लिए वहीं डेरा डाले हुए थी। बताया गया कि सोमवार देर शाम चार मंजिला मुख्य भवन की तीसरी मंजिल के कॉरिडोर में गुलदार की मौजूदगी दिखी। देर रात को इसी मंजिल पर बनी लैब में सामान गिरने की आवाजें सुनाई पड़ीं। यही नहीं, रात करीब एक बजे मुख्य प्रवेश द्वार पर लगाए गए पिंजरे में बांधे गए कुत्ते के चिल्लाने की आवाजें भी आई। वन विभाग इसे गुलदार की भीतर मौजूदगी के प्रमाण के रूप में ले रहा है। सोमवार दोपहर रेस्क्यू टीम ने मुख्य भवन से जुड़ी इमारतों को जोड़ने वाले रास्तों को भी बंद कर दिया, ताकि गुलदार इन इमारतों में न जाने पाए। रेस्क्यू टीम की अगुआई कर रहे पौड़ी के डीएफओ लक्ष्मण सिंह रावत ने बताया कि मुख्य भवन के तीन और निकास द्वारों पर पिंजरे लगा दिए गए थे, कुल मिलाकर मुख्य भवन में चार पिंजरे लगाए थे। शिकारी जॉय हुकिल और वन विभाग की टीम ने आज सुबह गुलदार को मार गिराया।