थराली उपचुनाव : सीएम त्रिवेंद्र ने जनसभा को किया सम्बेधित
थराली | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत विधानसभा थराली उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी मुन्नी देवी शाह के नामांकन में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित जनसभा को सम्बेधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी मुन्नी देवी शाह सीधी, सज्जन व समझदार है। उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष के नाते इस क्षेत्र के विकास की जरूरतों को समझा है। विकास कैसे किया जाता है, उसका भी अनुभव उन्होंने प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में विधायक के साथ-साथ संगठन की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। किसी अन्य पार्टी में ऐसा नही होता है। यहा कार्यकर्ताओं से संगठन को ताकत दी जाती है। संगठन सर्वोपरि होता है। संगठन समय-समय पर उचित मार्गदर्शन भी देता है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र का विकास हमारी पार्टी का संगठन, सरकार व विधायक सब मिलकर करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड एक पहाड़ी राज्य है। राज्य का निर्माण दूरस्थ क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए हुआ है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा पूर्व में थराली विधानसभा क्षेत्र में 55 किमी सड़क निर्माण के लिए 25 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये। इसके साथ ही विधायक स्व.मगनलाल शाह की मांग पर नन्दप्रयाग के लिए बस सेवा भी हमारी सरकार द्वारा पूर्व में ही शुरू की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जनपद चमोली के दूरस्थ गांव हिमनी को टेलीमेडिसिन के माध्यम से अपोलो हाॅस्पिटल दिल्ली से जोडा गया है। जिसका लाभ लोगों को मिल रहा है। हिमनी गांव को डिजिटल बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अत्याधुनिक डिवाइस के माध्यम से हिमनी गांव के विद्यालय में हाईटेक स्मार्ट कक्षाएं आरम्भ की गई है। उन्होंने कहा कि कुमाऊॅं तथा गढ़वाल मण्डल में जल्द ही दो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के हाईटेक स्कूल खोले जायेंगे। इन स्कूलों में निम्न आय वर्ग के बच्चों को भी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा न्यूनतम शुल्क पर दी जाएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सरकार द्वारा सैनिकों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। केन्द्र सरकार द्वारा वन रैंक वन पेंशन लागू की गयी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद मैं स्वयं पिथौरागढ़, नेलांग घाटी, बाड़ाहोती गया। सैनिक परिवार से होने पर मैंने सैनिकों के कष्ट को करीब से देखा है। उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है, जिसने शहीद सैनिकों व अर्धसैनिकों के आश्रितों को नौकरी देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक जिले में एडीएम स्तर के एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जायेगा, जो सैनिकों की सभी समस्याओं का निराकरण करना सुनिश्चित करेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उत्तराखण्ड में 370 फाॅर्म मशीनरी बैंक बनाने का निर्णय लिया गया है। इन फाॅर्म मशीनरी बैंको के माध्यम से हम अपने उत्पादों का वैल्यू ऐडिशन कर सकेंगे। हमारी सभी न्याय पंचायतों को फाॅर्म मशीनरी बैंक मिलेगा। हमने ब्लाॅक लेवल से सचिवालय स्तर तक बायोमैट्रिक हाजिरी सिस्टम लागू किया है। हमारी सरकार ने सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों के लिए एक जैसा नियम बनाया है। सरकार द्वारा एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। हमने पिरूल से बिलजी उत्पादन का निर्णय लिया है जिसके तहत 60000 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि पिरूल से बायोफ्यूल व तारपीन का उत्पादन किया जाएगा। इसके माध्यम से एक व्यक्ति लगभग 05-06 लाख रूपये तक सालाना आय प्राप्त कर सकता है। महिलाओं के लिए एलईडी उत्पादन व वितरण केन्द्र खोले गये है, जिसके माध्यम से वह आत्मनिर्भर बनेगी। सरकार राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। हमने पिछले एक साल में इतने डाॅक्टर भर्ती किए है, जितने पिछले 17 सालों में नही हुए है। आने वाले 01 साल भीतर सभी अस्पतालों में पर्याप्त डाॅक्टरों की तैनाती की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक लगभग 01 लाख तीर्थ यात्री श्री बदरीनाथ व लगभग 01 लाख यात्री श्री केदारनाथ पहुंच गए है। प्रदेश में सड़कों का निर्माण तेज गति से किया जा रहा है। सडकों के निर्माण से आने वाले समय में पर्यटन को ओर अधिक प्रोत्साहन मिलेगा।