दुनिया में मोटापे से पीडि़त 15 फीसदी आबादी भारत और चीन में
देहरादून। हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण से चिंताजनक आंकड़े सामने आए हैं कि भारत की 70 फीसदी शहरी आबादी ओबेसिटी या सामान्य से ज्यादा वजन के दायरे में आती है। प्रतिष्ठित बैरिएट्रिक सर्जन डाॅ. वन्दना सोनी के अनुसार ‘‘भारत में अब सामान्य से ज्यादा वजन, ओबेसिटी और मोटापे के मामले तेज़ी से बढ़ रहें हैं। उनके अनुसार एक प्रतिष्ठित पत्रिका लांसेट में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार इस विश्वस्तरीय खतरे की दृष्टि से भारत टाॅप 10 देशों की सूची में शुमार है और केवल अमेरिका एवं चीन से पीछे हैं। भारतीयों में वजन बढ़ने, पेट के हिस्से में चर्बी जमने, त्वचा के नीचे वसा के जमाव तथा एक्टोपिक साइट्स (जैसे यकृत, पेशी आदि) में वसा के जमाव की सम्भावना अधिक होती है। ओबेसिटी यानि मोटापा टाइप-2 डायबिटीज के मुख्य कारकों में से एक है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि लोग बढ़ते मोटापे की इस समस्या के बारे में जागरुक होंगे और जानेंगे कि कैसे जीवनशैली में किए जाने वाले छोटे-छोटे बदलाव उन्हें स्वस्थ रखने और मोटापे से लड़ने में मदद कर सकते हैं। मैक्स अस्पताल की बैरिएट्रिक सर्जन डाॅ. वन्दना सोनी का कहना है कि अगर काफी कोशिशें करने के बाद भी वजन कम नहीं हो रहा है तो वजन कम करने केे लिए की जाने वाली सर्जरी बैरिएट्रिक सर्जरी के बारे में सोचना चाहिए।