परिवहन विभाग ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया को आॅन लाइन करेगी
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को बीजापुर अतिथि गृह में परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन विभाग अगलेे 10 दिनों में पूरे प्रदेश में सड़क सुरक्षा अभियान चलाये। अनियंत्रित वाहन चलाने से प्रतिदिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। इसके लिए परिवहन विभाग पुलिस व जिला प्रशासन के साथ मिलकर एक अभियान चलाये। जिसमें लोगो को सड़क सुरक्षा संबंधी जानकारी दी जाय। अक्टूबर माह तक सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत की कमी लायी जाय। इसके लिए सभी उपाय अपनाये जाय। परिवहन विभाग ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया को आॅन लाइन करे। समय-समय पर चेकिंग अभियान भी चलाये जाय, जिसमें ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन फिटनेस आदि की चेकिंग की जाय। यह भी देखा जाय कि ट्रक और ट्राली के पीछे रिफलेक्टिव लाइट होनी चाहिए। बिना लाइट के सड़क किनारे खड़े ऐसे वाहनों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाय। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी जनपद स्तर पर जाकर जिला प्रशासन के साथ मिलकर स्थानीय टैक्सी यूनियन को भी जागरूक करे, कि सड़क सुरक्षा के लिए क्या उपाय करने चाहिए। पर्वतीय क्षेत्रों में दुर्घटना संभावित स्थानों को भी चिन्हित करे, ताकि उनकी मरम्मत लोनिवि द्वारा करायी जा सके। मुख्यमंत्री श्री रावत ने परिवहन निगम के अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि राज्य सरकार द्वारा निगम को नई बसे दी गई है। निगम अपनी आय को बढ़ाये साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में पुरानी बसों के स्थान पर नई बसे संचालित करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन निगम की आय कैसे बढ़ सकती है, इस पर भी विचार किया जाय। एम.डी. परिवहन निगम को निर्देश दिये कि दिसम्बर 2015 तक निर्धारित लक्ष्य से 50 प्रतिशत अधिक की आय अर्जित करने का लक्ष्य अभी से रखा जाय। परिवहन निगम की रिक्त भूमि व भवनों का व्यावसायिक उपयोग कैसे कर सकते है, इस पर भी कार्ययोजना तैयार की जाय। मुख्यमंत्री श्री रावत ने बैठक में नाराजगी व्यक्त की निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की कार्यशैली सुस्त है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर निगम के वरिष्ठ अधिकारी फिल्ड में जाकर बसों का औचक निरीक्षण करे और अनियमितता पाये जाने पर संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करे। निगम को बेहतर परिवहन सेवा देने के लिए तत्पर रहना चाहिए। वर्तमान आवश्यकता के अनुसार अपनी कार्यशैली को बदले। व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी सोचे कि निगम की आय को कैसे बढ़ाया जा सकता है।बैठक में उपाध्यक्ष परिवहन निगम अनिल गुप्ता, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव परिवहन एस.रामास्वामी, सचिव मुख्यमंत्री मोहम्मद शाहिद, एम.डी. परिवहन निगम बी.के.संत आदि उपस्थित थे।