पूरे देश में बनारस के बाद हरिद्वार में विद्युत लाईनों के अण्डर ग्राउण्ड का कार्य , जानिए खबर
हरिद्वार | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं केन्द्रीय उर्जा, नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) आर.के.सिंह द्वारा ऋषिकुल मैदान, हरिद्वार में एकीकृत विद्युत विकास योजना (आईडीपीएस) के अन्तर्गत हरिद्वार के कुम्भ क्षेत्र में लगभग 200 करोड़ लागत के विद्युत लाईनों के अण्डर ग्राउण्ड कार्य का शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि हरिद्वार कुम्भ नगरी होने के साथ-साथ मेलों और उत्सवों का भी शहर है। यहां बड़ी संख्या में वर्षभर तीर्थयात्री आते हैं। धार्मिक स्थान साफ-सुथरे होने के साथ ही इन स्थानों पर तीर्थ यात्रियों के लिए सभी सुविधाएं होनी चाहिए। इस दिशा में हरिद्वार के कुम्भ क्षेत्र में विद्युत तारों को अण्डर ग्राउण्ड किया जाना बड़ा महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने कहा कि विद्युत लाईनों के अण्डर ग्राउण्ड होने से विद्युत दुर्घटनाओं पर रोक लगेगी तथा सड़कों का विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि पूरे देश में बनारस के बाद हरिद्वार में विद्युत लाईनों को भूमिगत किया जा रहा है तथा देहरादून में भी विद्युत लाईनों को अण्डर ग्राउण्ड किये जाने के कार्य का शुभारम्भ भी शीघ्र किया जायेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य के सभी ग्राम सभाओं में विद्युत पहुचाने और राज्य को खुले में शौच मुक्त बनाने में हम सफल रहे हैं। अब हमारा ध्यान यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं जुटाने पर है। मुख्यमंत्री ने हरिद्वार के भूपतवाला में पीएचसी की स्थापन, नगर निगम हरिद्वार के भवन निर्माण तथा हरिद्वार शहर में 10 प्रतिशत शेष रहे सीवरेज कार्य हेतु धनराशि दिये जाने पर सहमति जतायी। हरिद्वार शहर की जलभराव समस्या के निदान के लिए अमृत योजना के अन्तर्गत वित्तीय सहायता उपलब्ध कराये जाने तथा साईंस एवं योगा पार्क के लिए 10 करोड़ रुपये दिये जाने की भी घोषणा की। इस अवसर पर केन्द्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री आर.के. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र एवं कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के विशेष प्रयासों का परिणाम है कि हरिद्वार में विद्युत लाईनों को भूमिगत किये जाने के कार्य का शिलान्यास हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश में यह दूसरा शहर है जहां यह कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार कोई साधारण शहर नहीं है। यह पूरे विश्व की आस्था का केन्द्र है। हरिद्वार के लिए यह योजना बहुत आवश्यक थी। विद्युत लाईनों के भूमिगत होने से विद्युत नुकसान कम होगा, सड़को से व्यवधान हटने से सड़के चैड़ी होगी तथा फाल्ट भी बहुत कम होगें। सिंह ने घोषणा कि विद्युत लाईन भूमिगत किये जाने की कुल 600 करोड़ की योजना के अन्तर्गत विभिन्न चरणों में इसके लिये धनराशि उपलब्ध करायी जायेगी। इसके लिये 200 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी गई है तथा इसी वर्ष 200 करोड़ रुपये और दिये जायेंगे। जबकि अवशेष 200 करोड़ की धनराशि अगले वर्ष प्रदान की जायेगी। उन्होंने सीएसआर के अन्तर्गत भी 10 करोड़ रुपये हरिद्वार शहर के विकास कार्यों को दिये जाने की घोषणा की जिसे मुख्यमंत्री विभिन्न योजनाओं पर व्यय कर सकते हैं। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक द्वारा हरिद्वार शहर के लिए विभिन्न योजनाओं की स्वीकृति के लिये मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र का आभार व्यक्त किया। उन्होंने विद्युत लाईन भूमिगत किये जाने के लिए दी गयी धनराशि हेतु केन्द्रीय राज्यमंत्री सिंह का आभार व्यक्त किया।