“फिक्की” ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में करे सहयोग: सीएम
देहरादून | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ(फिक्की) के प्रतिनिधियों से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के समेकित विकास के लिये कृषि, उद्यान, पशुपालन, दुग्ध विकास के क्षेत्र में सहयोग की अपेक्षा की है। मुख्यमंत्री ने फिक्की के सदस्यों से आर्गेनिक कृषि उत्पादों को बढ़ावा देेने में भी सहयोग की बात कही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आर्गेनिक उत्पदों की प्रदेश से बाहर भी बडी मांग है। इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा कई योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। महिला स्वयं सहायता समूहों को भी सशक्त कर ग्रामीण विकास में उनकी भी भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने फिक्की के सदस्यों से कृषि बागवानी, दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में सहयोग के साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण हेतु संबंधित विभागों के सचिवों से विचार विमर्श कर इस संबंध में प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश की साध्वी भगवती व फिक्की के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को रूद्राक्ष का पौधा व पुस्तकें भेंट की। फिक्की के उप महासचिव निरंकार सक्सेना ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि उत्तराखण्ड ग्रामीण आजीविका मिशन के उद्देश्य से उत्तराखण्ड को हर्बल मेडिसिनल पौधों के गंतव्य के रूप में विकसित करना है, साथ ही आजीविका के संसाधनों को प्रोत्साहित करना, उद्यमों को विकसित करना, रोजगार उत्पन्न करना एवं गंगा का स्वच्छीकरण भी इसके उद्देश्यों में शामिल है, जिसमें फिक्की, गंगा रिवर इंस्टीट्यूट, परमार्थ निकेतन आदि का भी सहयोग लिया जायेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार नवीन बलूनी, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास मनीषा पंवार, सचिव मुख्यमंत्री राधिका झा, सचिव कौशल विकास डाॅ.पंकज कुमार पाण्डेय, निदेशक उद्योग सुधीर नौटियाल, फिक्की के मुकेश सकूजा, अनिल सिन्हा, टी.मुरलीधरन आदि उपस्थित थे।