बाल अधिकार संरक्षण आयोग के प्रति जन जागरूकता फैलाने की जरूरत
देहरादून। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या शारदा त्रिपाठी ने कहा है कि बच्चों की समस्याओं के समाधान के लिए आयोग बना हुआ है और अब तक कई मामलों का निस्तारण भी किया गया है। उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आज आयोग के बारे में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है और इसके लिए व्यापक स्तर पर कार्य किये जा रहे है। उनका कहना है कि जिस प्रकार से स्कूलों में बच्चों के साथ मारपीट, स्कूल से जबरदस्ती निकाल देना सहित अनेकों ऐसे मामले है जिन पर आयोग सुनवाई करता है और इसके समाधान के लिए कार्य करता है। अभी तक जो मामले सामने आये है और उनकी रिपोर्ट तैयार कर सुनवाई के उपरांत उनका निस्तारण कर लिया गया है। आयोग 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों की सुनवाई करता है। बच्चों को उनके अधिकार मिले और इसके लिए आयोग लगातार कार्य कर रहा है। उनका कहना है कि अभी तक सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की कोई सुविधायें मुहैया नहीं कराई गई है और उम्मीद है कि जल्द ही सरकार इस ओर उचित कदम उठायेगी। उनका कहना है कि पीडित पक्ष की शिकायतों के निस्तारण के लिए पहले निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की जाती है और आयोग के समक्ष रखा जाता है, और दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद निर्णय दिया जाता है। आयोग इस दिशा में उचित कार्यवाही करता है और बस आयोग के प्रति जन जागरूकता फैलाने की जरूरत है। इस अवसर पर शैलेन्द्र शेखर करगेती आदि मौजूद रहे।