बिंदाल रिस्पना बचाने हेतु मैड ने किया अभियान की शुरूआत
देहरादून के शिक्षित छात्रों का संगठन मेकिंग ऐ डिफरेंस बाई बीइंग डा डिफरेंस (मैड) ने रविवार को गांधी पार्क में लगभग अपने २०० शुभचिंतकों के साथ मंथन किया की देहरादून के स्मार्ट सिटी मॉडल में पर्यावरण की जगह कैसे बरकरार रखी जा सके | इस मंथन में भाग लेने वाले अधिकांश लोग युवा थे और साथ ही साथ कुछ अन्य संस्थाओं से जुड़े हुए लोगों ने भी मैड द्वारा आयोजित इस मंथन में भाग लिया और अपने विचार प्रस्तुत किये | मैड संगठन विगत चार वर्षों से बिंदाल, रिस्पना, तमसा व सुस्वा जैसी नदियों को बचाने हेतु प्रयासरत रहा है और राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रूरकी की शोध रिपोर्ट, जिसमें बिंदाल एवं रिस्पना के पुन: जीवन की बात कही गई थी उसकी तर्ज पर नदियों क पुन: जीवन की मांग करता आ रहा है जिसको समय समय पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी समर्थन दिया है | मैड द्वारा डाली गयी सूचना के अधिकार के आवेदन के जवाब में नगर निगम, MDDA, सूडा ने यह माना भी है की मालिन बस्तियों के पुनर्वास हेतु उनके पास ज़मीन उपलब्ध है एवं वे प्रयासरत हैं, लेकिन तब भी नदियों के पुनर्जीवन पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा ह | इसी पृष्भूमि पे मैड ने अपना सेव आवर सोल्स (SOS) सेव आवर स्ट्रीम्स अभियान लांच किया जिसके तहत मैड ने उन सभी लोगों की पासपोर्ट साइज फोटो मांगी जो नदियों को बचाये रखने एवं उनके पुनर्जीवन की कोशिश करने में विश्वास रखते हैं| कुल मिलाकर अब कई फोटोग्राफ लगेंगी| इन सभी पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ्स को मैड एक बड़े फ्लेक्स में चिपकाएगा और अंत में यह फ्लेक्स प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंपेगा जब हज़ारों की तादात में पासपोर्ट साइज फोटो से पूरा फ्लेक्स भर जाये | इसके अलावा मैड ने नदियों को बचने के परण पर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया और सभी से आह्वाहन किया की वह इस अभियान से जुड़े रहे और अन्य लोगों को भी जागरूक करतेरहे| साथ साथ मैड की ओर से सेल्फ़ी विथ गार्बेज अभियान की भी शुरुवात की गयी | इस अभियान से मैड और युवाओं से जुड़ने की कोशिश करना चाहता है ताकि वे भी उसके सफाई अभियान, दीवारों पर मैड द्वारा किये जा रहे कायाकल्प अभियान, इन सब के साथ जुड़ सकें | सेल्फ़ी विथ गार्बेज का एक मकसद यह भी है की मैड अपने कूड़े निस्तारण के सम्बंद में, जो हर साल रिपोर्ट नगर निगम को प्रस्तुत करता आ रहा है, उसमें इस अभियान से मिली जगहों को भी वह प्रस्तुत कर सके |गौरतलब है की मैड क इन प्रयासों से क्या फल मिलता है यह तो आने वाला समय ही तय करेगा| मैड के इस अभियान में संस्थापक अध्यक्ष अभिजय नेगी, समन्वयक करन कपूर, जय शर्मा, सौम्य रौथाण, हिमालय अर्णव रमोला, शिवम सोनी, शुभम बिष्ट, आकाश भाटिया, सौरभ नौटियाल, सारंग गोडबोले इत्यादि ने अहम भूमिका निभाई