राजनेता और समाजसेवी त्यौहार बधाई सन्देश के फंड का उपयोग गरीब जनता में करे
देश में होली, दीपावली, ईद, नववर्ष, के साथ साथ स्वतन्त्रता दिवस, गणतंत्र दिवस एवम् अन्य त्योहारों को लेकर आम जनता बधाई सन्देश एक दूसरे से मिलकर एवं सोशल मीडिया के माध्यम से देते है | लेकिन हमारे देश के नेता , राजनीति पार्टिया एवम् समाजसेवी शहरो में बडे बड़े होर्डिंग एवम् मीडिया के माध्यम से जनता को बधाई का सन्देश देते है | बधाई सन्देश का ऐसा माध्यम अपनाते है जहा लाखो रुपये स्वहा हो जाते है | जहा तक मेरी सोच विद्धमान होती है यदि हमारे देश के नेता,राजनीतिक पार्टिया, सामाजिक संगठन और समाजसेवी अपने बधाई संदेशो पर किये खर्च को जनता के भलाई के लिए करे तो एक नई पहल होगी | राजनीतिक पार्टियो सामाजिक संगठनो द्वारा अपने बधाई संदेशो के फंड का उपयोग जिस क्षेत्र में कार्यालय या निवास स्थान है वहा की जनता के समस्यों को दूर करने में लगाये | ऐसे ही नेता और समाजसेवी भी अपने क्षेत्र में गरीब जनता के समस्यों को दूर करने में अपने बधाई संदेश के विज्ञापनों के फंड का उपयोग गरीब जनता के प्रति लगाए | होर्डिंगों और मीडिया के माध्यम से बधाई सन्देश के फंड का सही इस्तेमाल सामाजिक सेवा में करने से बधाई सन्देश स्वयं जनता के बीच विराजमान हो जाएंगे | इस पहल को आप लोग गम्भीरता से ले जिससे जनता की समस्याओ का कुछ तो निदांत हो सकता है तुलनात्मक ऐसे बधाई संदेशो के विज्ञापनों से |
अरुण कुमार यादव (संपादक)