रिस्पना के पुनर्जीवीकरण के लिए माया इंस्टीट्यूट देगा पांच लाख रु
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सेलाकुई में माया इंस्टीट्यूट में आयोजित वाद्र्दिाकोत्सव में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि माया इंस्टीट्यूट में विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षण कार्य किये जा रहे है। इंजीनियरिंग के विभिन्न कोर्स के साथ ही कृषि की कक्षाएं भी प्रारम्भ की गई है, जिससे राज्य में कृषि के क्षेत्र में आधुनिक तकनीक से कार्य करने वाले छात्र भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा का महत्व तब अधिक बढ़ जाता है, जब कोई अच्छी शिक्षा प्राप्त कर समाज के विभिन्न वर्गों को शिक्षित कर समाज को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ऋद्दिापर्णा और कोसी नदी को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि रिस्पना नदी के पुनर्जीवीकरण के लिए वृक्षारोपण एवं रिस्पना का स्वच्छता का कार्य एक दिन में पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह एक मेगा प्रोजक्ट होगा। रिस्पना के पुनर्जीवीकरण का कार्य जन सहयोग से किया जायेगा। इस अवसर पर माया इंस्टीट्यूट के चैयरमेन मनोहर लाल जुयाल ने कहा कि माया इंस्टीट्यूट द्वारा रिस्पना नदी के पुनर्जीवीकरण के लिए पांच लाख रूपये की सहायता प्रदान की जायेगी। इस अवसर पर विधायक सहदेव सिंह पुण्डीर, विधायक हरभजन सिंह चीमा, कृद्दिा वैज्ञानिक डाॅ. एम.सी. नौटियाल, माया इंस्टीट्यूट की मैनेजिंग डायरेक्टर तृप्ति जुयाल सेमवाल आदि उपस्थित थे।