लाखों श्रद्धालुओं ने किया गंगा स्नान, जानिए खबर
हरिद्वार । निर्जला एकादशी पर देश भर से आए लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान व दान आदि कर पुण्य लाभ अर्जित किया। पौराणिक मान्यताओं व ज्योतिष के अनुसार निर्जला एकादशी को वर्ष में होने वाली 24 एकादशियों में सर्वश्रेष्ठ बताया गया है। बृहष्पतिवार को निर्जला एकादशी स्नान का लाभ उठाने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे। श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी सहित धर्मनगरी के तमाम गंगा घाटों पर स्नान कर सूर्य को अर्ध्य देकर परिवारों के लिए मंगलकामना की। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने पंखे, शरबत, फल आदि का दान भी किया। निर्जला एकादशी का व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं ने घाटों पर पुरोहितों और पंडितों से निर्जला एकादशी की कथा का श्रवण भी किया। स्नान के लिए आए श्रद्धालु विभिन्न पौराणिक मंदिरों में देव प्रतिमाओं के दर्शन करने के लिए भी पहुंचे। पौराणिक मंशादेवी, चण्डी देवी, मायादेवी, दक्षेश्वर महादेव मंदिर, बिल्केश्वर महादेव मंदिर आदि में श्रद्धालुओं की खासी भीड़ रही। सवेरे ब्रह्म मुहर्त में शुरू हुआ स्नान का सिलसिला दिनभर चलता रहा। स्नान के लिए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान आदि से सर्वाधिक श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे। हरिद्वार आने वाली तमाम ट्रेन व बसें स्नानार्थियों से भरी हुई पहुंची। निजी वाहनों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। यात्रीयों की भारी भीड़ के चलते रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड व बाजारों में दिनभर गहमा गहमी रही। स्नान को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन की और सुरक्षा व यातायात के विशेष इंतजाम किए गए थे। हाईवे को जाम से बचाने के लिए यातायात पुलिस के साथ नागरिक पुलिस के जवानों व अधिकारियों को भी तैनात किया गया था। इसके अलावा सभी घाटों पर व मंदिरों पर भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे। यात्रीयों की भारी भीड़ दूसरे प्रदेशों से आने वाहनों का संचालन ऋषिकुल मैदान में बन गए अस्थाई बस अड्डे से किया गया। ऋषिकुल बस अड्डे पर यात्रीयों की सुविधाओं को ध्यान में नही रखा गया। बस अड्डे पर शौचालया की व्यवस्था को भी लागू नहीं किया गया। महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे इधर उधर धूप के कारण भटकते रहे। बस अड्डे पर बसों का इंतजार कर रहे यात्रियों को पेड़ों की छांव में ही अपना समय बिताना पड़ा। ई रिक्शा चालकों ने जमकर यात्रियों से अतिरिक्त किराया वसूला। ऋषिकुल बस अड्डे पर यातायात को सुचारू करने के लिए पुलिस बल के साथ अधिकारी भी मौजूद रहे।