साहसिक पर्यटन को बढ़ावा के लिए साईक्लिंग प्रतियोगिता का आयोजन
अपर सचिव पर्यटन आशीष जोशी ने बताया कि उत्तराखण्ड पर्यटन द्वारा, एडीबी सहायतित आई0डी0आई0पी0टी0 के अन्तर्गत, साईक्लिंग फेडरेशन आॅफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में इस प्रतियोगिता का फलैग आॅफ 06 मई, 2015 को नैनीताल से किया जायेगा। 07 मई, 2015 को रेस का शुभारम्भ प्रातः 7 बजे नैनीताल से होगा तथ रेस पहले दिन भवाली, खुटनी, पदमपुरी, क्वारब आदि से होकर 85 कि0मी0 की दूरी तय कर अल्मोड़ा पहुॅचेगी। दूसरे दिन 08 मई, 2015 को अल्मोड़ा से चलकर 125 कि0मी0 दूरी तय करते हुये वाया कोसी, कोसानी, गरूड़, बैजनाथ होते हुये ग्वालदम में पूर्ण होगी। 09 मई 2015 को ग्वालदम से थराली, नारायणबगड, कर्णप्रयाग, पोखरी, कनकचैरी, सतेराखल होते हुए रूद्रप्रयाग में 142 कि0मी0 का सफर तय कर तीसरे दिन के रात्रि विश्राम हेतु पहुॅचेगी। चैथे दिन 10 मई, 2015 को रेस में 108 दूरी तय की जायेगी, जिसमें प्रतिभागी रूद्रप्रयाग से तिलवाड़ा, बैनोली, मयाली, चिनबटिया, घनसाली, पीपलडाली, टिपरी, टिहरी बांध होते हुए नई टिहरी पहुॅचेंगे। 11 मई, 2015 को रेस का विश्राम दिन नई टिहरी होगा। 12 मई, 2015 को नई टिहरी से चलकर चम्बा, कमान, काॅडीसौर, होते हुए चिन्यालीसौड पहुचेगी, इस दिन कुल 79 कि0मी की दूरी तय की जायेगी। इस रेस के अन्तिम दिन में 13 मई, 2015 को चिन्यालीसौड से वाया मोरीयाना, रोतों की बेली, सुआखोली, बाॅटाघाट होकर 86 कि0मी के फासले को तय कर मसूरी में रेस का समापन होगा। 14 मई, 2015 को देहरादून में पुरूस्कार वितरण कार्यक्रम होगा। इस प्रकार रेस में कुल 625 कि0मी0 की दूरी प्रतिभागियों के द्वारा तय की जायेगी। अपर सचिव पर्यटन के अनुसार यह प्रतियोगिता व्यक्तिगत तथा टीम दोनो ही श्रेणियों में आयोजित की जा रही है। जिसके लिए अलग-अलग पुरूस्कार प्रदान किये जायेंगे। इस रेस में अधिकतम 90 प्रतिभागियों के द्वारा प्रतिभाग किया जा सकेगा। पंजीकरण निःशुल्क है तथा यात्रा क दौरान रहने एवं खान-पान की व्यवस्था उत्तराखण्ड पर्यटन के सौजन्य से की जा रही है। उन्होने बताया कि इस प्रतियोगिता के आयोजन से निश्चित रूप से प्रदेश में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा साईक्लिंग जैसे खेल के लिये भी राईडर्स देश के विभिन्न क्षेत्रों से यहां आयेगें। इस प्रकार की प्रतियोगिता के आयोजन से देश एवं विदेश में सुरक्षित उत्तराखण्ड का संदेश पहॅुचाने में भी सफलता प्राप्त होगी तथा स्थानीय युवाओं का आकर्षण भी साईक्लिंग के प्रति बढे़गा।