सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का बजट पर सन्देश, जानिए ख़बर
आज उत्तराखण्ड का बजट वित्तमंत्री द्वारा पेश किया गया जिस पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत राज्य के नाम एक सन्देश दिया उन्होंने सन्देश में कहा मुझे खुशी है कि वित्तमंत्री जी ने एक ऐसा ऐतिहासिक और समावेशी बजट पेश किया है जिसमें पहाड़ से मैदान तक, किसान से मजदूर तक, पर्यटन से लेकर पलायन रोकने तक, हर क्षेत्र का पूरा ख्याल रखा गया है। युवाओं को रोजगार देने, स्वरोजगार को बढ़ावा देने और महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के प्रति हम गंभीर हैं, इसका स्पष्ट रोडमैप भी बजट में दिखता है। पहली बार इस राज्य के इतिहास में आम जनता की राय और सुझावों को लेकर बजट बनाया गया है। मैंने बजट के लिए आपकी राय आपका बजट कार्यक्रम शुरू किया, जिसके लिए उत्तरकाशी के गंगनानी में किसानों से संवाद किया, इसी तरह पिथौरागढ़ में महिलाओं के सैकड़ों सुझाव मिले। देहरादून में छात्रों के सुझाव लिए और पंतनगर में किसानों के साथ-साथ उद्यमियों के सुझाव बजट के लिए मांगे। इसके अलावा सोशल मीडिया और ईमेल के जरिए भी हमने बजट पर लोगों की राय मांगी थी। मुझे बेहद खुशी है कि, जनता ने हमें 2000 से ज्यादा सुझाव बजट बनाने के लिए दिए। इन सुझावों में से अधिकतर सुझावों को बजट में शामिल किया गया है। जो सुझाव बजट में शामिल नहीं हो सके उन पर भविष्य में काम करने वाले हैं। इसलिए पूर्ण रूप से यह बजट जनता का बजट है जो जनता से पूछकर तैयार किया गया है। यह बजट इसलिए भी ऐतिहासिक हो जाता है कि जनभावनाओं का ख्याल रखते हुए पहली बार गैंरसैंण के विधानसभा भवन में बजट पेश किया गया है। एक स्वस्थ समावेशी बजट पेश करने के लिए मैं वित्तमंत्री जी को बधाई देता हूं। और मैं भरोसा दिलाता हूं कि हमारी सरकार बजट में जो भी संकल्प लेकर चल रही है उसको जमीन पर उतारने के लिए भरसक प्रयास करेंगे। इस बजट के माध्यम से सरकार ने आउटकम बेस्ड परफार्मेस को बढ़ावा दिया है। आशा कार्यकत्रियों/ए.एन.एम. हेतु दुर्घटना बीमा योजना, सरकारी सार्वजनिक भवनों को दिव्यांगों हेतु सुगम बनाया जाना, कामकाजी महिलाओं के लिये क्रेच योजना को मजबूत करना, जैविक कृषि को प्रोत्साहित करने, क्लस्टर आधारित खेती को बढ़ावा देने, हार्टी टूरिज्म, जैसी कई योजनाएं इस बजट में शामिल की गई हैं जो जनभावना के अनुरूप हैं तथा राज्य के समग्र विकास में बड़ा योगदान देंगी। बजट के केन्द्र में खेती, किसान, उद्यान, जैविक कृषि, जड़ी-बूटी, कृषि, होम स्टे जैसे क्षेत्रों को स्थान दिया गया है जो प्रदेश के सर्वागींण विकास हेतु मील का पत्थर साबित होंगे। इसी के साथ बजट में राजकीय विद्यालयों में बुक बैंक तथा जनपदों में आईसीयू/ट्रामा/ब्लड बैंक की स्थापना का प्रावधान स्वागत योग्य है। उत्तराखण्ड की जनता की भावनाओं के अनुरूप गैरसैंण में प्रथम बार आयोजित इस पूर्ण बजट सत्र का यह बजट एक नये प्रगतिशील, समृद्ध उत्तराखण्ड का मार्ग प्रशस्त करेगा |