25 दिसम्बर तक चलेगी राष्ट्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी
देहरादून | परेड ग्रांउड में आयोजित राष्ट्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी 25 दिसंबर तक चलेगी। मेला अधिकारी बीएस खत्री ने बताया कि राष्ट्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी लगाने का मुख्य उद्देश्य एक ही मंच पर समस्त खादी सामग्री उपस्थित कराने का है, जिससे उत्तराखण्डवासी एवं देहरादूनवासी खादी से बने सामग्री का लाभ उठा सकें। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी में उत्तराखण्ड के प्रत्येक जिले एवं भारत के विभिन्न राज्यों से आये खादी प्रोडेक्टों के स्टाॅल लगाये गये हैं। प्रदर्शनी में लगभग 200 स्टाॅल लगाये गये हैं। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किया गया। राष्ट्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में आने वाले लोगों को खादी का कपड़ा किस तरह से बनता है उसकी भी जानकारी दी जा रही है। किस तरह से रेशम का कीड़ा रेशम छोड़ता है और किस तरह रेशम को तैयार कर उसमें रंगाई की जाती है और फिर किस तरह बुना जाता है यह सभी जानकारी इस प्रदर्शनी में दी जा रही है। राष्ट्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में आशा गृह उद्योग देहरादून जिसमें नमकीन, पापड़, लेमन वाली चटनी, दहीवड़ा आदि कई प्रकार के स्वादिस्ट सामग्री उपलब्ध है। वहीं गोपेश्वर चमोली से हिमाल्यी पहाड़ी प्रोडक्ट में दालें, अनाज एवं मसाले उपलब्ध हैं। देहरादून वासियों के लिए यह प्रदर्शनी 25 दिसम्बर तक खुली रहेगी। वहीं मध्य प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड खंडवा वैद्य रतन सिंह लोगों की नाड़ी देखकर दवा दे रहे हैं। उनका कहना है कि देहरादून वासियों का अच्छा रूझान आ रहा है। वहीं काशीपुर से आये खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के स्टाॅल में खजूर का गुड़ लोगों को काफी पसंद आ रहा है। राजस्थान का मारवाड़ी अचार भी प्रदर्शनी में उपलब्ध है वही डोईवाला देहरादून के पारस दुःखभंजन आर्युवेदाक्षम ने भी इस प्रदर्शनी में अपना स्टाॅल लगाया है। मेला अधिकारी बीएस खत्री संयुक्त खादी एवं ग्रामोद्योग उत्तराखण्ड बोर्ड ने देहरादून वासियों के आग्रह किया है कि आकर इस प्रदर्शनी का फायदा उठायें और खादी एवं ग्रामोद्योग की सामग्री का इस्तेमाल करें।