2500 बच्चियों को शिक्षा के लिए 90 दिन में तय करेंगे 6 हजार किमी
पुणे | पेशे से बिजनसमैन 37 साल के राणा उप्पलापति का कहना है कि वह जन्म से ही आशावादी हैं। खासकर जब वह किसी बेहद खास मुहिम के लिए कुछ कर रहे हों। उनका विरोध करना मुश्किल है, यह मुहिम है बेटियों की शिक्षा। 5 सितंबर को राणा ने 6 हजार किमी तक स्केटिंग अभियान शुरू किया है जो 90 दिन में पूरी होगी। इस दौरान उनका कारवां भारत के 20 मुख्य शहरों से होकर गुजरेगा जिसमें 4 मेट्रो सिटी भी शामिल हैं। राणा ने अपनी यात्रा बेंगलुरु से शुरू की है और 10 दिन में 800 किमी यात्रा पूरी कर ली है। रविवार को वह पुणे पहुंचे। वह इस ट्रिप के जरिए 25 हजार बच्चियों के लिए 9 करोड़ का फंड इकट्ठा करेंगे। उन्होंने बताया, ‘मैं प्रफेशनल स्केटर नहीं हूं। पहले चरण ने मुझे काफी कुछ सिखाया है। बेंगलुरु से पुणे तक का रूट थोड़ा मुश्किल था। घाटों पर मैंने 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चढ़ाई की लेकिन ढलान पर स्पीड तेज (60 किमी प्रति घंटा) हो गई।’ जब पूछा गया कि उन्होंने स्केटिंग क्यों चुना तो वह कहते हैं, ‘हम लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। अब लोग साइकलिस्ट या वॉकर पर इतना ध्यान नहीं देते हैं।’ 6 साल के बेटे के पिता राणा को गर्ल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए किस बात ने मोटिवेट किया। इस पर वह कहते हैं, ‘अगर एक लड़की शिक्षित है तो पूरी पीढ़ी शिक्षित होगी। शिक्षा का अभाव सिर्फ करियर में ही बाधा नहीं पहुंचाता बल्कि अगर एक लड़की अशिक्षित है तो वह स्वास्थ्य के मुद्दे, सफाई और प्रजनन के बारे में नहीं जान सकेगी।’