पीवी सिंधू ने कॉमनवेल्थ गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी में दल की अगवानी
ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में कॉमनवेल्थ गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी की अगुवाई पीवी सिंधू ने की । ओपनिंग सेरेमनी की शुरुआत बारिश के साथ हुई, हालांकि फैन्स की एक्साइटमेंट इससे कम नहीं हुई। सेरिमनी में अंतिम दल आया ऑस्ट्रेलिया का, दिग्गज हॉकी खिलाड़ी और ऑस्ट्रेलियाई टीम के कैप्टन मार्क नोल्स के हाथों में मेजबान देश का ध्वज । न्यू जीलैंड का दल स्टेडियम में, स्विमर सोफी पैस्कोए के हाथों में देश का राष्ट्रीय ध्वज, फिर जमैका का दल स्टेडियम में, स्विमर आलिया ऐटकिंसन के हाथों में देश का राष्ट्रीय ध्वज. भारतीय दल के बाद मलयेशिया, पाकिस्तान और श्री लंका का दल भी स्टेडियम में, भारतीय दल पहुंचा स्टेडियम में , पीवी सिंधू ने हाथ में तिरंग थाम की भारतीय दल की अगवानी. बांग्लादेश का दल स्टेडियम में, शूटर अब्दुल्ला हेल के हाथों में ध्वज, साउथ अफ्रीका का दल स्टेडियम में, ऐथलीट कास्टर सेमेन्या के हाथों में साउथ अफ्रीका का राष्ट्रीय ध्वज, घाना का दल स्टेडियम में, बॉक्सर अब्दुल वाहिद उमर के हाथ में घाना का ध्वज, अब कैरारा स्टेडियम में जिब्राल्टर का दल. अब इंग्लैंड का दल आया, ऐथलीट हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन करते हुए । अब साइप्रस का दल आया स्टेडियम में , स्कॉटलैंड का दल स्टेडियम में सबसे पहले आया है । कॉमनवेल्थ गेम्स-2018 बैटन कैरारा स्पोर्ट्स स्टेडियम में पहुंच चुकी है इसमें 71 कॉमनवेल्थ देश हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें 19 खेलों के तहत 275 स्पर्धाओं का आयोजन किया जाएगा। बैटमिंटन स्टार पीवी सिंधू ‘परेड ऑफ दे नेशन’ में भारतीय दल की ध्वजवाहक की भूमिका निभाएंगी। बुधवार से शुरू होकर ये गेम्स 15 अप्रैल तक चलेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी सभी खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं भेजी हैं। भारतीय 10 खेल में अपना भाग्य अजमाएंगे। इन खेलों की बड़ी शक्ति बन चुके भारत के सामने इस बार दो टारगेट बिलकुल साफ हैं। पहला मेडल टेबल में फिर से टॉप-4 में एंट्री करना और दूसरा अपने ओवरऑल मेडल काउंट को 500 के पार ले जाना। भारत ने 217 खिलाड़ियों का दल भेजा है। बता दें कि ये पांचवां मौका है, जब कॉमनवेल्थ गेम्स ऑस्ट्रेलिया में हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ये अभी तक का सबसे महंगा कॉमनवेल्थ गेम्स होगा। पूरे इवेंट पर करीब 2 बिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 100 बिलियन रुपये) खर्चा होगा। ये पहला मौका होगा जब महिलाओं और पुरुषों के बराबर इवेंट्स होंगे।