दहेज उत्पीड़न एक अपराध
कानून बनता हैं जनता के मद्द के लिए। जिससे जनता अपने हक के लिए लड़ाई लड़ सकें उसे इंसाफ मिल सकें। हमारे देश में महिलाओं पर हो रहें अत्याचार रोकथाम के लिए अनेक कानूनों को लागू किया गया परन्तु इसी कानून द्वारा मद्द के साथ साथ इसका गलत इस्तेमाल होने लगा। अगर हम बात दहेज उत्पीड़न की करें तों कुछ गलत महिलायें इस कानून का ससुराल पक्ष पर गलत इस्तेमाल भी करती हैं। इसके साथ साथ बलत्कार के मामलें में भी अब कुछ गलत महिलायें इस कानून का गलत प्रयोग करकें लोगों को झूठे आरोप में फंसाती हैं…
बेरोजगारी एक समस्या
बेरोजगारी की समस्यादेश की युवाओं के लिए एक ऐसास्तम्भबनतीजारहीहैंजोटूटनेकानाम नही लेरहीहैं।देश के युवाबेरोजगारहोनेपरकिसीअन्य रास्तेपरजाने के लिए मजबूरहोरहेंहैंकहतेहैंहालातसबकुछसिखातीहैंठीकउसीप्रकार एक पढा लिखातबकाबेरोजगारी के हालातमेंकिसीगलतरास्तेकोअपनालेतेहैंजोदेश के लिए एक अभिशापजैसाहैंपहचान एक्सप्रेसपहलकरतीहैंसरकारइससमस्याकाहलनिकालेजिससेदेश के साथसाथ युवाओंकाभविष्य अन्धकारसेउजाले के ओरजायें।
अमीरों का कानून
हमारे देश का कानून आज के दौर में अमीरों के लिए सौगात के बराबर लगता हैं गरीबो के लिए औकात के बराबर लगता हैं। यह जुमला इस दौर में उचित बैठता हैं हार्इ कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट के वकीलो की फीस की बात हो या निचले अदालत के वकीलों की फीस की बात। कुछ सामाजिक वकीलों द्वारा गरीबी तबके के लोगो से बिना फीस लिए केस लड़ते हैं यहां तक तथ्य तो सही हैं इसके अलावा जिनके पास केस लड़ने के लिए रूपये नही होते वह इस कानून की लड़ार्इ में पहले ही हारा हुआ महसूस करते हैं। पैसे रूपये वालो…