पहाड़ी संस्कृति पर काम कर रहे क्वीला गांव के मैठाणी
तीन हजार से अधिक मंचों पर अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं मैठाणी रुद्रप्रयाग। जानेमान नाराज ह्वैगी और गुड्डू का बाबा गाने से प्रसिद्ध हुए गढ़वाली गायक सौरभ मैठाणी युवा दिलों में अपनी छाप छोड़ने में सफल हुए हैं। कम उम्र में ही उन्होंने अपनी गायिका का जादू बिखेरा है। उनका प्रयास है कि गढ़वाली लोक गीतों से उत्तराखण्ड को पहचान मिले और देश-विदेश में प्रदेश का नाम रोशन हो सके। मूलतः जिले के भरदार पट्टी अन्तर्गत क्वीला गांव निवासी सौरभ मैठाणी की जिज्ञासा बचपन से ही संगीत के प्रति रही। उन्होंने अपनी पढ़ाई के साथ ही संगीत की शिक्षा भी…
महिलाओं को भीमल ने दी नई पहचानः नेहा शर्मा
जल्द ही लगाई जाएगी समस्त उत्पादों की प्रदर्शनी देहरादून। ग्रामीण महिलाओ को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाने के उद्देशय से कार्य कर रही त्रिकोण सोसायटी जल्द ही हस्तनिर्मित वस्तुओं की ऐसी प्रदर्शनी लगाने जा रही है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को एक अलग पहचान मिलेगी। इस बारे में जानकारी देते हुए त्रिकोण सोसायटी की चेयरपर्सन नेहा शर्मा ने बताया कि स्किल डवलपमेंट ऑफ इंडिया के अंतर्गत चलाए जा रहे एक प्रोजेक्ट के तहत भीमल की छाल से उत्पाद बनाए जा रहे है। त्रिकोण संस्था द्वारा लगभग 2000 महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों जैसे टेलरिंग, फूड प्रोसेसिंग, अर्टिफिशियल ज्वैलरी, ब्यूटीशियन आदि की…
बुजुर्ग माता-पिता को घर से निकलने का कलयुगी बेटे ने दिया फरमान, सोशल मीडिया ने दिलाया न्याय
गाजियाबाद | जिसने उंगली पकड़ कर जिना सिखाया आज उसी उंगली को पकड़ कर साथ देना तो दूर पुरे शरीर को ही अपने से दूर कर रहे आज के कलयुगी बेटे | गाजियाबाद में एक कलयुगी बेटे ने अपने माता-पिता को उनके ही घर से निकलने को कह दिया और घर पर कब्जा जमा लिया। हालांकि, सोशल मीडिया की ताकत कहें कि अब इस बुजुर्ग को अपना घर वापस मिल रहा है। दरअसल, बुजुर्ग पति-पत्नी का रोता हुआ विडियो वायरल हुआ था जिसके बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया और एसडीएम व सीओ ने परिवार से मिलकर विवाद का निपटारा…
संगीत में क्षेत्रीय युवाओं को मौका दे रहे शिक्षक चमोला
रुद्रप्रयाग। गौरी मैमोरियल पब्लिक इंटर काॅलेज विजयनगर अगस्त्यमुनि में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात विजय चमोला छात्रों को विज्ञान के साथ ही संगीत व कला विषय को भी आत्मसात करा रहे हैं। अपने खर्चे पर उन्होंने संगीत की क्लाश शुरू की है, जिसमें 60 से ज्यादा युवा एवं युवतियां नृत्य और संगीत की शिक्षा ले रही हैं। उन्होंने हाल ही में अपनी नयी ऑडियो एलबम मंगतू दिदा व झुमका वाली बौझी भी लांच की है, जिसे दर्शकों की ओर से बेहतर रिस्पांस मिल रहा है। उनके दोनों ही गीत शादी-ब्याह में युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहे हैं। अपने क्षेत्र…
जरूरतमंद बच्चों के सपने पूरा कर रहा है अपने सपने संस्था
देहरादून | अपने सपने वेलफेयर सोसायटी (अपने सपने एनजीओ) विगत पाँच वर्षों से देहरादून में असहाय एवम जरूरतमंद बच्चों के जीवन शैली एवम उनके शिक्षा पर कार्य करता आ रहा है | अपने सपने एन. जी. ओ. के अध्यक्ष अरुण कुमार यादव ने बताया कि संस्था वर्तमान समय में 140 से अधिक बच्चो की पढाई और सामाजिक उत्थान में कार्यरत है. विदित हो कि अपने सपने एनजीओ द्वारा बहुत से बच्चो के लिए अधिकाधिक प्रसंशनीय कार्य किये गए | अजय नामक बच्चा जो आज से पाँच साल पहले सड़को पर कूड़ा बीनता था संस्था द्वारा उसको स्कूल में दाखिला दिलवाया…
आईएमए में कमान्डेंट परेड आयोजित, जानिये खबर
देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) से शनिवार को 459 कैडेट पास आउट होंगे, जिसमें 382 भारतीय सेना का हिस्सा बनेंगे, जबकि अन्य 77 विदेशी कैडेट हैं। इन कैडेट्स ने गुरुवार को कमान्डेंट परेड में कदमताल की। कमान्डेंट लेफ्टिनेंट जनरल एसके झा ने कैडेट्स में जोश भरते कहा कि सेना की प्रतिष्ठा अब उनके कंधों पर है। सैन्य अफसर बनने की राह पर अग्रसर कैडेट्स ने कड़ी मेहनत के बूते यह सम्मान हासिल किया है। वह सेना के मूल सिद्धांत चरित्र, सामघ्र्थ्य, प्रतिबद्धता और करुणा के जरिये इसे बनाए रखें। उच्च आदर्श व उत्कृष्टता उनके कार्यो में प्रतिबिंबित होने चाहिए। उन्होंने…
नौकरी छोड़ किसान बनीं इंजीनियर, जानिए खबर
छत्तीसगढ़ | खेती भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ रही है। लेकिन उन्नत तकनीकें किसानों तक पहुंच नहीं पा रही हैं जिससे कुछ सालों में किसानों की दुर्दशा, जड़ किसान नीतियों और कम सुविधाओं ने लोगों को किसानी से मोहभंग कर दिया है। और वो परंपरागत तरीके से खेती करके पर्याप्त कमाई नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में 27 वर्षीय छत्तीसगढ़ लड़की वल्लरी चंद्राकर ने खेती करने के लिए अपनी अच्छी सैलरी वाली इंजीनियरिंग नौकरी छोड़ दी। वल्लरी कंप्यूटर साइंस के क्षेत्र में एमटेक करने के बाद ने दुर्गा कॉलेज में सहायक प्रोफेसर के रूप में नौकरी कर रही थीं। उन्होंने…
हिमानी के जज्बे को सलाम…
डोईवाला (अंकित तिवारी) | आर्यन विद्या मंदिर डांडी में 94 प्रतिशत अंक लेकर हिमानी भट्ट टॉपर रही | हिमानी का मानना है कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए सतत प्रयास करना चाहिए | उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद के परीक्षा परिणाम घोषित होने से पूर्व हिमानी भट्ट का स्वास्थ्य अचानक से खराब हो गया | उनके परिजन उन्हें जौलीग्रांट स्थित हिमालयन अस्पताल में ले आए |अस्पताल में ही उन्होंने अपना परीक्षा परिणाम मोबाइल में चेक किया.. परिजनों सहित अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों के चेहरे हिमानी का परीक्षा परिणाम देखकर खिल खिलाए |हिमानी ने 500 में से 470 अंक पाकर विद्यालय में सर्वोच्च…
62 बच्चों के ‘पिता’ हैं भोजपुरी कलाकार खेसारी लाल , जानिए ख़बर
गरीबी क्या होती है खेसारी ने उसको करीब से महसूस किया है। यही कारण है कि आज भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव बन जाने के बाद भी वह जरूरतमंद लोगों की मदद करना नहीं भूलते। फर्श से अर्श तक पहुंचे खेसारी लाल आज भी अपने गुरबत के दिनों को भुला नहीं पाए हैं। जानकारी हो कि खेसारी का शुरुआती जीवन काफी गरीबी में गुजरा है। वह छपरा (बिहार) के रसूलपुर चट्टी धनाड़ी गांव के साधारण से परिवार में जन्मे। वह करीब 10 सालों तक दूध ही नहीं बेचे बल्कि दिल्ली आकर पत्नी के साथ लिट्टी चोखा की रेहड़ी भी लगाई।…
सुविधा से वंचित बच्चों को पढ़ाने के लिये लोकल ट्रेन में भीख मांगते है प्रोफेसर, जानिए खबर
अपनी गुज़र बसर के लिये भारत की ट्रेनों में भीख मांगते लोग आप को आसानी से दिख जाते होंगे और यह बहुत ही आम नज़ारा है। लेकिन एक पढ़ा लिखा आदमी जो पेशे से प्रोफेसर हो ट्रेन में भीख मांगे यह जरूर हम सब के लिये थोड़ी अटपटी बात है। ये एक ऐसे इंसान है जिसका मकसद हर गरीब बच्चे को शिक्षा दिलाना और उन्हें अपने जीवन में स्वावलम्बी तथा आत्मनिर्भर बनाना है जिसके लिए वह ट्रेनों में भीख माँग कर पैसे इकट्ठा करने में भी नहीं हिचकता। सुविधा से वंचित बच्चों को पढ़ाने के लिये मुंबई की लोकल ट्रेन…