अपने आक्रोश को बनाया अपना हथियार बनीं पैरा ऐथलीट चैंपियन
कंचन लखानी ने अपने आक्रोश को अपना हथियार बना लिया। 4 सितंबर 2008 को हुए एक हादसे ने अचानक उनकी जिंदगी बदल कर रख दी। एक रेल हादसे में उनका हाथ कट गया और स्पाइनल इंजरी के चलते कमर से नीचे के हिस्से ने काम करना बंद कर दिया। इसके बाद वह निराशा में डूब गईं, उनके मन में आत्महत्या करने के खयाल आने लगे। एक दिन वह अपने जीवन के बारे में सोच रही थीं। उस समय उन्होंने अपने अवसाद से बाहर निकलकर अपनी तकदीर खुद लिखने का फैसला कर लिया। उन्होंने कड़े परिश्रम के बाद राष्ट्रीय स्तर की…
एक बच्चा जो पढ़ा रहा स्मार्ट पैरंटिंग का पाठ जानिए ख़बर
वैशाली सेक्टर-3 में रहने वाले प्रियांशु गुप्ता। 13 साल के प्रियाशु केआर मंगलम स्कूल में 8वीं के स्टूडेंट हैं। वह पैरंटिंग टिप्स पर कई बड़े लेख लिख चुके हैं। यही वजह है कि कम उम्र में उनकी काबिलियत को देखते हुए दिल्ली के एक स्कूल ने उन्हें अपना ब्रैंड ऐंबैसडर बनाया है। पढ़ाई के दौरान बच्चों को डांटना नहीं चाहिए। एग्जाम को लेकर उन पर न तो प्रेशर बनाना चाहिए और न टीनेज में ज्यादा रोक-टोक करनी चाहिए। कुछ ऐसे ही विषयों पर 100 से ज्यादा आर्टिकल लिख चुके और विडियो तैयार कर चुके हैं वह अपने नाम से यूट्यूब…
ब्यूटी क्वीन का खिताब जीता एक ब्रेन ट्यूमर सर्वाइवर ने , जानिए खबर
बेंगलुरु | अगर जीवन में जज्बा हो तो कोई भी बिमारी आप के लिए रुकावट नहीं बन सकती है ब्रेन ट्यूमर जैसी बीमारी से पीड़ित होने के बाद किसी भी इंसान की जिंदगी बिखर जाती है लेकिन 31 साल की सोनिया सिंह उन सबके लिए मिसाल हैं। जानलेवा बीमारी से पीड़ित होने के बाद उन्होंने अपने हौसलों को पस्त नहीं होने दिया। लगातार इलाज और दवाइयों के बाद भी अपने जज्बे के दम पर कर्नाटक ब्यूटी क्वीन का खिताब हासिल किया। यह सब कुछ तब शुरू हुआ जब पांच साल पहले एक रोज सोनिया को सिर और कंधों में तेज…
लकवे से डिप्रेशन और डिप्रेशन से बैडमिंटन चैंपियन तक जानिए ख़बर
यह बात 2004 की है। सेना में लांस नायक सुरेश कार्की एक घायल सैनिक को बेस अस्पताल गुवाहाटी पहुंचा रहे थे, तभी उनकी ऐंबुलेंस हादसे का शिकार हो गई। सुरेश इस हादसे में घायल हो गए, जिससे उनकी कमर का निचला हिस्सा लकवे का शिकार हो गया। 3 हफ्ते के अंदर एक के बाद एक 3 सर्जरी हुईं, लेकिन सुरेश ने हिम्मत नहीं खोई।एक दिन न्यूरो सर्जन से उन्होंने बड़ी मासूमियत से पूछा, सर जी मैं कब ठीक होऊंगा। डॉक्टर ने कहा, बेटा अब जिंदगी वील चेयर पर बितानी होगी। सुरेश के लिए यह बात सदमे की तरह थी, क्योंकि…
अपने सपने संस्था ने मनाया जरूरतमंद बच्चो का जन्मदिन
देहरादून | आए दिन लोग असहाय एवम जरूरतमंद बच्चों के साथ अपना या तो अपने बच्चों का जन्मदिन मनाते है यह एक अच्छी सोच एवम नेक कार्य है पर उन असहाय एवम जरूरतमंद बच्चों का जन्मदिन मनाना क्यो नही | इसी सोच के साथ अपने सपने संस्था जरूरतमंद बच्चों का जन्मदिन प्रत्येक महीने के अंतिम रविवार को मनाते आ रहा है | इसी कड़ी में आज अपने सपने संस्था सिमरन , माधुरी, नव्या, अजीत, श्रेया बच्चो का जन्मदिन मनाया गया | इस आयोजन का उद्देश्य यह कि जब कोई अपना या अपने बच्चों का जन्मदिन इन असहाय एवम जरूरतमंद बच्चो के…
हैंडिकैप स्टूडेंट के लिए मुफ़्त में ऑनलाइन ट्यूशन जानिए ख़बर…
आज कल बच्चों के लिए ट्यूशन ढूंढना पैरंट्स के लिए किसी आफत से कम नहीं है। हैंडिकैप स्टूडेंट को लेकर पैरंट्स की टेंशन और बढ़ जाती है। इस टेंशन को दूर करने के लिए इंदिरापुरम की रहने वाली शिखी उपाध्याय ने हाल ही में एक प्रॉजेक्ट शुरू किया है। इसके जरिए ऐसे स्टूडेंट्स घर बैठे अपने टाइमिंग के मुताबिक ऑनलाइन लाइव ट्यूशन ले सकेंगे। इस ऑनलाइन ट्यूशन में गर्ल्स और हैंडिकैप स्टूडेंट्स को फ्री क्लास दी जाएगी, जिसमें वे महत्वपूर्ण चैप्टर्स कवर कर सकते हैं। इससे अलग-अलग स्टेट के करीब 22 टीचर जुड़े हैं जो बच्चे के इंट्रेस्ट को परखने…
जॉब छोड़ मशरूम उगा रहे हैं युवा जानिए ख़बर
आज कुछ उत्साही युवा हैं, जो उत्तराखंड में पलायन के दावे के बीच सरकार की रिवर्स मुहिम को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने न सिर्फ खुद रिवर्स माइग्रेशन किया, बल्कि उनसे प्रेरणा लेकर दूसरे युवा भी गांवों की ओर लौटने लगे हैं। मशरूम लेडी दिव्या रावत, गोट फार्मर श्वेता तोमर, डेयरी फार्मर हरिओम नौटियाल जैसे युवा प्रदेश में रिवर्स माइग्रेशन की मुहिम को आगे बढ़ा रहे हैं। रिवर्स माइग्रेशन की इन युवाओं की मुहिम रंग भी ला रही है, तमाम लोग इनसे ट्रेनिंग लेकर अब अपने गांव में खुद का काम कर रहे हैं। वे उजड़े घरों को फिर से आबाद करना…
कभी चराता था बकरियां आज है कामयाब निशानेबाज , जानिए ख़बर
जब जीवन ने हौसला हो तो यह कहावत ‘हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती’ सत्य साबित होती है । जी हां हम बात कर रहे है भारत को स्वर्ण पदक दिलाने वाले निशानेबाज जीतू राय का जिनका जिंदगीनामा भी कुछ इसी तरह का रहा है। बचपन से ही दुश्वारियां साये की तरह उनकी जिंदगी में शामिल रहीं लेकिन बकरियां चराते, नेपाल के खेतों में वक्त बिताते हुए वह एक दिन गोल्ड कॉस्ट में कामयाबी की बुलंदी पर पहुंच जाएंगे, आज वह सब जानकर आसानी से यकीन करना मुश्किल सा हो जाता है। जानकारी हो कि जीतू राय भारतीय…
फुटपाथ पर लोगों का फ्री इलाज करते है डॉक्टर अजीत
कानपुर | उम्र कोई भी हो यदि सम्माज की सेवा करनी है तो करनी है यह जज्बा कायम किया है फुटपाथ पर लोगों का फ्री इलाज करने वाले डॉ अजीत ने | यही नहीं इन डॉक्टर को प्रधानमंत्री ने मन की बात में फुटपाथ पर लोगों का फ्री इलाज करने वाले डॉक्टर का जिक्र भी किया है, उनकी कहानी काफी प्रेरणादायक है। एमडी करने के बाद 1980 से प्रैक्टिस शुरू करने वाले डॉ अजीत मोहन चौधरी पिछले एक महीने से चकेरी के चेतना चौराहे पर रोज एक घंटे गरीबों का इलाज करते हैं। डॉ अजीत कहते हैं, मैंने सारी दुनिया…
पहचान : जीवन का संघर्ष टॉपर पूनम टोडी से सीखें
देहरादून। जीवन एक संघर्ष है यह कथन सत्य किया है देहरादून की पूनम टोडी ने | अगर आपमें कुछ कर गुजरने का जज्बा है, तो चाहे आपकी सफलता की राहों में कितनी भी मुश्किलें आए, आपके हौंसलों को डगा नहीं सकती। कुछ ऐसी ही है हमारी आज पीसीएस-जे परीक्षा की टॉपर पूनम टोडी। दो बार न्यायिक सेवा के इंटरव्यू तक पहुंचने पर मिली असफलता भी पूनम टोडी के हौसले को हिला नहीं सकी और उन्होंने असफलता को सफलता का हथियार बना आज उत्तराखण्ड पीसीएस-जे की परीक्षा में टॉप में जगाह बनाई। इसके आलावा उन्होने उत्तर प्रदेश की सहायक अभियोजन अधिकारी…