गरीबी को हटाना हमारी प्रथमिकता – हरीश रावत (मुख्यमंत्री उत्तराखंड)
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि समृद्धशाली व खुशहाल प्रदेश के निर्माण के लिए एकजुट होकर गरीबी को हटाना हमारी प्राथमिकता है। पलायन को रोकने के लिए आजीविका के संसाधनों को बढ़ाना होगा। जिलासू अब नये विकास केन्द्र के रूप में अवतरित हुआ है, जो इस क्षेत्र के विकास में काफी कारगर सिद्ध होगा।
शनिवार को जिलासू में आयोजित नवसृजित तहसील के उद्घाटन तथा रू. 719.90 लाख धनराशि की लागत से निर्मित गाडऱ्र मोटर सेतु के लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें इस राज्य को समृद्धशाली बनाने के लिए गाॅवों से गरीबी को हटाना होगा। इसके लिए पलायन को रोकने के लिए गाॅव में आजीविका के संसाधनों को बढाने की आवश्यकता है। आज हर गाॅव मोटरमार्ग से जुड़ने जा रहा है, लोगों को अपने उत्पादन को बढ़ाना चाहिए, जिसका विपणन नजदीकी बाजार में हो सके।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार इस वर्ष 700 नई सड़कों पर काम शुरू करने जा रही है, जिससे ग्रामीणों को अपने उत्पादों को नजदीकी बाजार में विपणन करने में सुविधा होगी। गाॅव के सर्वागींण विकास के लिए सरकार द्वारा कई विकासपरक योजनायें संचालित की जा रही हैं। गाॅव केे गरीब तबके के लोगों तक लाभ पहंुचे यह हमारी मंशा है। उन्होंने कहा सरकार बीस हजार नवयुवकों को सरकारी नौकरी देने की योजना बना रही है, तथा जिलासू की तर्ज पर अगले पाॅच वर्षों की कार्य योजना के अन्तर्गत सौ नये मिनी नगरों की योजना बना रही है। उन्होंने महिलाओं का आह्वान करते हुए कहा कि कृषि फलोत्पादन, दुग्ध के क्षेत्र में कार्य करने वालों को बोनस के रूप में प्रोत्साहित किया जायेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लगभग एक दर्जन घोषणायें करते हुये कहा कि कालेश्वर में अलकनन्दा नदी में सिल्ट को हटाने, कालेश्वर में बाढ़ सुरक्षा दीवार निर्माण, कालेश्वर में ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जिलाधिकारी को डीपीआर तैयार करने, लंगासू में 33 केवी का विद्युत उपकेन्द्र, सेमी-उतरौं मोटरमार्ग को राजमार्ग से जोड़ने, सोनला में मोटर पुल निर्माण की घोषणा के साथ मोनिका तथा बमौथ मे मिनी स्टेडि़यम की स्थापना, जिलासू सिंचाई लिफ्ट योजना, उतरौं में एएनएम सेन्टर, देवली बगड़ में चैक डैम तथा पोखरी के सुमी गाॅव में स्वर्गीय बासुदेव चैहान की स्मृति में आयुर्वेदिक चिकित्सालय खोलने की घोषणा की। उन्होंने शीघ्र ही सरकार का लक्ष्य हैं कि प्रत्येक थाने में एक महिला इंस्पेक्टर तथा एक हजार महिला कान्सटेबल की भर्ती, पीआरड़ी में महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरीबी से लड़ने के लिए गाॅव की स्थिति में बदलाव लाने की जरूरत है तथा पिछड़ेपन को हटाने पर बल दिया। उन्होंने गाॅव मे चाल-खाल बनाने पर जोर देते हुए कहा कि पानी का मापन कर उसका भी बोनस दिया जायेगा तथा फलदार वृक्षों के उत्पादन पर तीन साल में 400 रू. बोनस प्रति वृक्ष दिया जायेगा। उन्होंने कहा सरकार की योजना है कि जन्म से विकलांग को 500 रू. पेंशन दी जायेगी तथा बोनौं को भी अब पेंशन का प्रावधान किया गया है, जिसमें बौनी लड़की को लड़के से ड़ेढ़ गुना ज्यादा पेंशन दी जायेगी। इस अवसर पर उन्होंने सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पुरोहितों, 60 वर्ष से ऊपर के किसानों को पेंशन योजना से जोड़ने का प्रावधान किया गया है। 65 वर्ष से ऊपर के वृद्ध तथा 60 वर्ष से अधिक की वृद्धा को राज्य की रोड़वेज बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा भी मुहैया कराये जाने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कृषि, शिक्षा, रोजगार तथा जल पर विशेष बल देते हुए कहा कि हमें अपने गाॅव तथा गरीबों को समृद्धशाली बनाने के लिए इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों की ओर विशेष जोर देना होगा।
इस अवसर पर शिक्षा एवं पेयजल मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी, पर्यटन मंत्री दिनेश धनै, उपाध्यक्ष विधानसभा/विधायक कर्णप्रयाग डा0 अनसूया प्रसाद मैखुरी, विधायक बद्रीनाथ/उपाध्यक्ष बीस सूत्री कार्यक्रम राजेन्द्र सिंह भण्ड़ारी, पृथ्वीपाल सिंह चैहान पूर्व एमएलसी, अध्यक्षा जिलापंचायत मुन्नी देवी शाह सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
इसके बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गोपेश्वर पहुॅचकर राजकीय स्नातकोत्तर गोपेश्वर के छात्रसंघ समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अगले वर्ष श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय कालेज कैम्पस प्रारम्भ कराने, रिक्त पदों पर प्रवक्ताओं की नियुक्ति किये जाने, बालिका छात्रावास के लिए 25 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृति किये जाने के साथ ही छात्राओं के लिए एक बहुउद्देशीय हाॅल का निर्माण कराये जाने की घोषणा की। साथ ही प्रेस क्लब भवन के ऊपर से हाई टेंशन लाइन को हटाने के लिए जिलाधिकारी को निर्देशित किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने दो करोड़ रूपये गोपेश्वर में पार्किंग स्थलों के विकास के लिए दिय। उन्होंने कहा कि गोपेश्वर में व्यापार भवन निर्माण हेतु लागत का 40 प्रतिशत सरकार तथा 30-30 प्रतिशत स्थानीय विधायक व व्यापारियों द्वारा खर्च किये जाने की शर्त पर धन उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने स्थानीय हस्तशिल्प कला को प्रोत्साहित करने के लिए निपुण महिला हस्तशिल्पियों को मास्टर क्राफ्ट वूमेन के रूप में तैनात करने की घोषणा की जो अन्य महिलाओं को प्रशिक्षित करेंगी।
इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक अभिभावक संघ के अध्यक्ष नन्दन सिंह बिष्ट ने मुख्यमंत्री को महाविद्यालय की समस्याओं से अवगत कराया तथा एक माॅग पत्र सौंपते हुए महाविद्यालय में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय कालेज कैम्पस खोलने, रिक्त प्रवक्ताओं के पदों पर भर्ती, अधूरे पड़े बालिका छात्रावास के निर्माण के लिए धन उपलब्ध कराने, छात्रावासों की मरम्मत कराने, अध्यापकों की आवासीय व्यवस्था, आॅडि़टारियम का निर्माण, वाणिज्य, कला, बी.एड़ के पीजी भवन के निर्माण की माॅग रखी जबकि क्षेत्रीय विधायक ने अगले शिक्षा सत्र से महाविद्यालय में बीसीए व एमसीए पाठ्यक्रमों को शुरू करने की माॅग की।
वार्षिकोत्सव समारोह में शिक्षा व पेयजल मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी, पर्यटन मंत्री दिनेश धनै, पूर्व एमएलसी एवं अध्यक्ष कृषि उद्यान एवं वितरण पृथ्वीपाल सिंह चैहान, क्षेत्रीय विधायक राजेन्द्र सिंह भण्ड़ारी, उपाध्यक्ष जिला पंचायत लखपत तथा छात्रसंघ के पदाधिकारी मौजूद रहे।