” विकसित भारत 2047″ विषय पर एकदिवसीय संगोष्ठी संपन्न
देहरादून | हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्वामी रामतीर्थ परिसर बादशाही थॉल , सभागार में दिनांक 28 दिसंबर को विकसित भारत 2047 विषय पर एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कार्यक्रम संयोजक डॉ एस के चतुर्वेदी द्वारा किया गया। डॉ चतुर्वेदी ने विकसित भारत 2047 के उद्देश्यों को बताया ।उन्होंने यह कहा कि आजादी का अमृत वर्ष चल रहा है, 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है विकसित देश कैसे बनेगा भारत ,यह युवाओं को बताया तथा यह भी बताया कि हमें केवल अधिकारों के लिए बात नहीं करना चाहिए बल्कि कर्तव्यों को प्रति ध्यान देना चाहिए क्योंकि अगर हम अपने कर्तव्यों के प्रति सचेत रहेंगे, उन्हें करते रहेंगे तो निश्चित रूप से हमारा देश एक विकसित राष्ट्र बनेगा ।साथ ही उन्होंने अपने वक्तव्य में यह बताया कि विज्ञान के क्षेत्र में ,तकनीकी के क्षेत्र में, चिकित्सा के क्षेत्र में विधि के क्षेत्र में ,उद्योग के क्षेत्र में हम कैसे युवा वर्ग आगे आ सकते हैं ।अपने वक्तव्य में उन्होंने स्व उत्पाद, वोकल फॉर लोकल पर भी जोर दिया ।साथ ही यह भी बताया कि इन्नोवेटिव इंडिया, क्रिएटिव इंडिया पर ध्यान देने की जरूरत है।शिक्षा के तौर पर उन्होंने बताया की नई शिक्षा नीति 2020 लागू हो चुका है, इसको अभी और सुचारू रूप से लागू करने की जरूरत है हम जितना ही इसमें जागरूक होंगे उतना ही हम इसका अच्छे से क्रियान्वयन कर पाएंगे क्योंकि नई शिक्षा नीति ही हमें पाठयक्रम के साथ वोकेशनल ट्रेनिंग,इंटर्नशिप के बारे में बताता है ।अतः नई शिक्षा नीति 2020 का गहन अध्ययन और क्रियान्वयन भी विकसित राष्ट्र के लिए जरूरी है। तत्पश्चात वाणिज्य विभाग के प्रोफेसर एवम राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ट कार्यक्रम अधिकारी प्रो ए बी थपलियाल जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि सबका प्रयास से ही विकसित भारत का विकास होना है, अतः युवा वर्ग को एकजुट होकर अपना कार्य करना चाहिए केंद्र सरकार द्वारा जो विभिन्न योजनाएं जो आरंभ की गई है उन पर भी ध्यान देने की जरूरत है।तत्पश्चात हिंदी विभाग की डॉअपर्णा ने अपने वक्तव्य में कहा की आजादी के 100 वर्ष बाद यानी 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है इसके लिए हमें आर्थिक रूप से ,सामाजिक रूप से, पर्यावरणीय स्वच्छता के प्रति एवम अन्य पहलुओं पर भी ध्यान देना होगा। तत्पश्चात एल एल एम तृतीय सेमेस्टर के छात्र संदीप ने अपने वक्तव्य में जेंडर जस्टिस की बात कही साथ ही यह भी कहा कि कानून में जो आमूल परिवर्तन लाया गया है अभी जेंडर जस्टिस को भी विकसित राष्ट्र बनाने में ध्यान देना होगा । तत्पश्चात छात्र संघ की महासचिव नम्रता ने अपने वक्तव्य में कहा की विकसित राष्ट्र के लिए हमें एकजुट होना पड़ेगा तभी राष्ट्र की चेतना में मजबूती आएगी।धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अनूप सेमवाल द्वारा दिया गया उन्होंने सभी शिक्षकों, शोधार्थियों,व छात्रों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में वाणिज्य संकाय के संकाय प्रमुख प्रो एस के शर्मा, गणित विभाग के डॉ के सी पेटवाल ,इतिहास विभाग के डॉ प्रेम बहादुर ,रक्षा विज्ञान विभाग के डॉ अभिषेक पांडे ,डॉ मीणा, विधि विभाग की डॉ हिमानी बिष्ट , हिंदी की डा प्रियंका, पर्यावरण विषय के डॉ असवाल,विधि के शोधार्थी, एलएल एम और एलएलबी के छात्र छात्राएं,तथा अन्य विभागों के छात्र छात्राएं उपस्थित थे। परिसर निदेशक प्रो ए ए बौड़ाई जी ने कार्यक्रम का सफल संचालन हेतु सभी को बधाई एवम शुभमामनाएं दीं।