अनशन आंदोलनकारियों को उठाये जाने के खिलाफ किया प्रदर्शन
देहरादून। गैरसैंण को प्रदेश की स्थाई राजधानी बनाये जाने की मांग को लेकर अनशनरत आंदोलनकारियों को पुलिस द्वारा रात के अंधेरे में उठाये जाने के विरोध में उत्तराखंड महिला मंच एवं स्वराज अभियान के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। कहा कि इस प्रकार की कार्यप्रणाली का पुरजोर तरीके से विरोध किया जायेगा, इस दौरान जिलाधिकारी के जरिये मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। यहां उत्तराखंड महिला मंच की प्रदेश संयोजक कमला पंत के नेतृत्व में आंदोलनकारी जिलाधिकारी कार्यालय में इकटठा हुए और वहां पर उन्होंने गैरसैंण को प्रदेश की स्थाई राजधानी बनाये जाने की मांग को लेकर अनशनरत आंदोलनकारियों को पुलिस द्वारा रात के अंधेरे में उठाये जाने के विरोध में उत्तराखंड महिला मंच एवं स्वराज अभियान के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और कहा कि इस प्रकार की कार्यप्रणाली का पुरजोर तरीके से विरोध किया जायेगा, इस दौरान जिलाधिकारी के जरिये मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश की बहुमत की सरकार हे और केन्द्र में भी भाजपा की सरकार है लेकिन आज तक उत्तराखंड को नाशा मुक्ति और राज्य की स्थाई राजधानी बनाये जाने की दिशा में प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई है और राज्य की स्थाई राजधानी गैरसैंण को बनाये जाने की मांग को लेकर अनशनरत युवाओं को समर्थन देने वाले बुर्जुगों को गैरसैंण में रात के अंधेरे में नींद से उठाकर अनशन स्थल से गिरफ्तार किया गया है जिसकी जितनी निंदा की जाये वह कम है। उनका कहना है कि अनशनकारी अब दून चिकित्सालय में है और अनशनकारियों की हालत नाजुक बनी हुई है। स्थायी राजधानी गैरसैंण को घोषित किया जाये और नशा मुक्ति के लिए मद्य निषेध विभाग खोलने की तत्काल प्रभाव से घोषणा की जाये। अनेक संगठनों को लेकर फिर से राज्य प्राप्ति आंदोलन की तर्ज पर जनांदोलन किया जायेगा। कमला पंत, निर्मला बिष्ट, शकुन्तला गुसांई, तुषार रावत सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।