आने वाली पीढ़ी अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित हो : हरीश रावत
राज्य आंदोलनकारी निभायें। आने वाली पीढ़ी अपनी विरासत से परिचित रहें। उत्तराखण्डियत के सार तत्व से वे विज्ञ हो सके, यह जरूरी है। राज्य सरकार, राज्य की लोक संस्कृति, लोक कला, लोक संगीत, गाड़ गदेरों पारम्परिक उत्पादों व खेती को इसी लिये बढ़ावा दे रही है ताकि आने वाली पीढ़ी अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित हो सके। शहीद आंदोलनकारियों के नाम पर स्कूल व सड़कों का नामकरण करने के साथ ही मसूरी की भांति खटीमा व देहरादून में शहीद स्मारक का निर्माण किया जायेगा। विधानसभा में शहीद आंदोलनकारियों के चित्र लगाये गये है ताकि उनकी स्मृति जिन्दा रहे तथा हमे प्रेरणा देती रहे। कैन्ट रोड़ स्थित मुख्यमंत्री आवास स्थित सभागार में उत्तराखण्ड राज्य निर्माण आंदोलनकारी सम्मान परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप के नेतृत्व में आये सैकड़ों राज्य आंदोलनकारियों के साथ आयोजित संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुज्जफरनगर कांड के दोषियों को शीघ्र सजा मिले, इसके लिये वकीलों का पैनल बनाया जायेगा। इसकी जिम्मेदारी उन्होंने धीरेन्द्र प्रताप को सौंपी है। उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों से भी इस संबंध में पैरवी करने को कहा। इस संबंध में जो मदद होगी, वह की जायेगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड स्टार्ट अप योजना में राज्य आंदोलनकारियों के लिये भी एक विंडो खोली जायेगी। इसके माध्यम से उनके लिये स्वरोजगार के अवसर भी तलाशे जायेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हिकरण की कार्यवाही बंद नहीं की गई है। राज्य निर्माण आंदोलनकारियों के हितों के लिये राज्य सरकार प्रयासरत है। क्षेतिज आरक्षण का मामला विधानसभा में पारित किया गया है।