इसे कानून का लचीलापन कहे या भ्रष्ट सिस्टम की समझदारी
अरुण कुमार यादव (संपादक )
देश में लोगो पर कानून हावी है या नेता या भ्रष्ट सिस्टम इनका आकलन लगाना और आसान हो जाएगा यदि आसाराम का केस देखे या पत्रकारो को ज़िंदा जलाने का केस या व्यापम घोटाले का केस ये तीनो कानून के डर को दर्शाता है या नही आप खुद समझदार है | हालिया समय में कानून की बे-खौफ़ तस्वीर आप के सामने है इन्ही कड़ी में सबसे पहले आसाराम केस की बात करे तो इस केस में एक के बाद एक गवाहों की मौत | इसी तरह व्यापम के केस में एक के बाद एक मौत जो अब तक इस केस में मौत की संख्या 43 हो चुकी है |वही देश के चौथे स्तम्भ पर अपराधियो का जानलेवा हमला | पहले उत्तरप्रदेश में एक पत्रकार को ज़िंदा जला देना फिर मध्यप्रदेश में भी एक पत्रकार को ज़िंदा जला देना | ये सब घटनाये दर्शाती है की देश में कानून का भय भ्रष्ट सिस्टम और दिशाहीन राजनेताओ के न के बराबर है | इसे कानून का लचीलापन कहे या भ्रष्ट सिस्टम की समझदारी | देश को विकसित और समृद्ध बनना है तो देश के कानून के उड़ा रहे मखौल को समाप्त करना होगा | साथ ही साथ उड़ाने वाले मखौल युक्त लोगो पर भी शिकंजा कसना होगा |